जलते चिता से शव को उठा ले गए लड़की के परिजन, आइए जानते है पूरा मामला
संवाददाता / शिवम् गुप्ता
प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में महिला की मौत के बाद ससुराल वाले उसका शव जलाने नदी के किनारे पहुंचे। इसी दौरान लड़की के घर वाले पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस को देखकर ससुराल वाले मौके से फरार हो गए। पुलिस ने चिता पर जल रहे अधजले शव को अपने कब्जे में लिया और फिर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम कराने के बाद लड़की वाले शव लेकर जौनपुर चले गए। जौनपुर जनपद के रामनगर महाराजगंज में रहने वाले धर्मेंद्र कुमार गौतम की बहन सीता (35) की शादी करीब 15 साल पहले आसपुर देवसरा के किलाई बाजार निवासी कृष्ण कुमार के साथ की थी।
दीपावली के दिन रविवार को सीता की मौत के बाद परिजन शाम को गोमती नदी किनारे शव का अंतिम संस्कार करने पहुंच गए। जानकारी मिलने पर मायके के लोग थाना आसपुर देवसरा पहुंचे और ससरालियों पर सीता की हत्या का आरोप लगाने लगे। पुलिस को बताया कि शादी के बाद उसे दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। मांग पूरी नहीं होने पर पति समेत चार लोगों ने उसकी हत्या कर दी। आरोपी चुपके से शव को जौनपुर के महमूदपुर के पास गोमती नदी के घाट पर जला रहे हैं। मायके वालों के साथ आसपुर देवसरा पुलिस घाट पर पहुंची तो सभी आरोपी अधजला शव छोड़कर भाग निकले।
पुलिस ने अधजला शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। मामले में पुलिस ने मृतका सीता के भाई धर्मेंद्र की तहरीर पर पति कृष्ण कुमार, ससुर बृजलाल, अंकुर, नंदलाल, संजय के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। आसपुर देवसरा एसओ संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मामले की शिकायत पर शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है।
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