गोरखपुर लखनऊ होते हुए प्रयागराज तक वंदेभारत चलाने के प्रस्ताव को बोर्ड ने मंजूरी दे दी है
संवाददाता अंकित पाण्डेय
गोरखपुर लखनऊ होते हुए प्रयागराज तक वंदेभारत चलाने के प्रस्ताव को बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। मंजूरी के साथ ही संशोधित समय-सारणी भी जारी कर दी गई है। वर्तमान में जहां वंदेभारत लखनऊ से गोरखपुर रात 11:25 बजे पहुंचती है।
वहीं बदली व्यवस्था लागू हो जाने से 45 मिनट पहले रात 10:40 बजे ही गोरखपुर पहुंच जाएगी।
गोरखपुर से लखनऊ जाने में कोई बदलाव नहीं किया गया है। लखनऊ से प्रयागराज के लिए वंदेभारत 1035 बजे रवाना होगी और रायबरेली होते हुए 135 बजे प्रयागराज पहुंचेगी। जबकि वापसी में प्रयागराज से दोपहर 315 बजे रवाना होकर शाम 615 बजे लखनऊ पहुंचेगी और यहां से 630 बजे गोरखपुर के लिए प्रस्थान करेगी। बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद एक हफ्ते के अंदर किसी भी दिन इसका शुभारम्भ किया जा सकता है।
बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद ट्रेन के संचालन को लेकर रेलवे प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है। ट्रैक की गति क्षमता बढ़ाने की प्रक्रिया चल रही है। ठहराव और समयसारिणी तय हो गई है। प्रयागराज में उद्घाटन समारोह को लेकर उत्तर मध्य रेलवे में भी तैयारी चल रही है। संभावना जताई जा रही है कि नई सेवा का शुभारम्भ उत्तर रेलवे लखनऊ से होगा। वंदेभारत चलने के पहले पूर्वोत्तर रेलवे ने अयोध्या व लखनऊ के रास्ते गोरखपुर से प्रयागराज तक चलाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था।
सात जुलाई को पीएम ने दिखाई थी हरी झंडी
आठ कोच वाली वंदे भारत को गोरखपुर से लखनऊ के बीच सात जुलाई को पीएम नरेन्द्र मोदी ने गोरखपुर जंक्शन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। तभी से यह ट्रेन रविवार को छोड़ बाकी सभी दिन चलाई जा रही है।
वंदेभारत में यात्रियों की अब बढ़ रही है डिमांड
शुरुआती दिनों में वंदेभारत में यात्रियों की कोई खास डिमांड नहीं थी लेकिन धीरे-धीरे यात्रियों की डिमांड इस ट्रेन में बढ़ती जा रही है। सबसे अधिक भीड़ गोरखपुर से लखनऊ के लिए है। लखनऊ से गोरखपुर के लिए डिमांड अपेक्षाकृत कम है। प्रयागराज के लिए गोरखपुर से तीन ट्रेनें हैं। सुबह दादर, दोपहर में दुर्ग और रात में चौरीचौरा एक्सप्रेस प्रयागराज तक जाती है। तीनों ट्रेनें अमूमन पैक ही रहती हैं।
ये भी पढ़ें पत्नी चंद्रमा देवी ने आरोप लगाया है कि मेरे पति को मारने के लिए ही फोन करके बुलाया गया