जाति बंधन के कारण परिजनों के शादी के लिए राजी न होने पर प्रेमी युगल ने फंदा लगा लिया
फर्रूखाबाद जिले में जाति बंधन के कारण परिजनों के शादी के लिए राजी न होने पर प्रेमी युगल ने फंदा लगा लिया। किशोरी के पिता ने युवक के खिलाफ बुधवार सुबह बेटी को ले जाने की तहरीर पुलिस को दी थी।
रात तीन बजे किशोरी और युवक के शव फंदे पर लटके मिले।
थाना क्षेत्र के गांव भरतामऊ के मजरा नगला रामपुर निवासी अहिबरन बाथम पत्नी रामादेवी व पांच बेटों के साथ राजस्थान में भट्ठे पर काम करते हैं। उनका 18 वर्षीय बेटा सुरजीत गांव के मकान में अकेला रहकर मजदूरी करता था। उसका 17 वर्षीय किशोरी से प्रेम-प्रसंग चल रहा था।
अलग-अलग जाति होने के कारण परिजन शादी के लिए राजी नहीं हो रहे थे। बुधवार सुबह किशोरी के पिता ने थाने में सुरजीत के खिलाफ तहरीर दी कि वह पुत्री को अपने साथ लेकर चला गया है। किशोरी के परिजन दोनों की खोजबीन करते रहे। देर रात तक दोनों का पता नहीं चला।
कमरे में दोनों फंदे पर लटके थे
रात लगभग तीन बजे सुरजीत के मकान में खटर-पटर की आवाज सुनाई दी। मकान में बाहर से ताला पड़ा था। परिवार के लोगों ने सीढ़ी लगाकर छत पर चढ़कर देखा, तो दोनों फंदे पर लटके थे। किशोरी के परिजनों ने थाने पहुंचकर उसके सुरजीत के साथ फंदे पर लटके होने की जानकारी दी।
दोनों पक्षों ने कोई आरोप नहीं लगाए हैं
एसओ योगेंद्र सोलंकी व फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। जांच-पड़ताल के बाद दोनों के शवों को फंदे से उतारा गया। दोनों पक्षों ने कोई आरोप नहीं लगाए। पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. मान सिंह ने बताया कि दोनों की मौत फांसी लगने से दम घुटने के कारण हुई है।
शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं
दोनों की स्लाइड बनाकर सुरक्षित की गई। सीओ कायमगंज सोहराब आलम ने बताया कि युवक व किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनके शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं पाया गया। दोनों में प्रेम-प्रंसग चल रहा था। मामले में जांच कर अग्रिम कार्रवाई होगी।
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