भारत सरकार द्वारा सात राज्यों में गजराज सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है, जंगल के बीच-बीच में हुई रेल की पटरियों पर कई हाथों को जान गंवानी दी गई थी, इसलिए भारत सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश में गजराज सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है, जिसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आगे पढ़ें।
रिपोर्टर नरेंद्र कुमार
भारतीय रेलवे ने “गजराज सिक्योरिटी” नाम की एक मोशन टेक्नोलॉजी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए हैंडियों के कारण होने वाली बिक्री पर रेल पैनल शुरू किया है।
यह रेलवे ट्रैक के करीब आने वाले हैंडियों का पता लगाने के लिए होटल-आधारित कंपनियों और जोड़ों के लिए अलगाव केबल के नेटवर्क का उपयोग करता है।
असमान हाथी के कदमों के कारण होने वाले कूल का पता लगाना हैं। ये अनोखे अगेती नेटवर्क के अंदर स्ट्रेंथ को ट्रिगर करते हैं, जिससे 200 मीटर पहले ही हाथी के ट्रैक पर पहुंचने की तकनीक ही उनकी उपस्थिति को पहचानने में सक्षम हो जाती है।
यह तकनीक 200 मीटर के अंदर किसी भी हाथी के आने की स्थिति में आस-पास के स्टेशन मास्टरों को चेतावनी देती है, जो तुरंत उस क्षेत्र के लोकोमोटिव पायलटों को चेतावनी देती है।
इसका उद्देश्य ट्रेन साकेत में रात वाले हाथों को बचाना है। भारतीय रेलवे इस तकनीक में पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, असम, केरल, छत्तीसगढ़ और तमिल के कुछ डोमेन में पेश करने की योजना बना रही है।
ये भी पढ़ें राशन कॉर्ड धारकों का मुंह होगा मीठा