बलवंत निषाद की भारत तिब्बत सीमा पुलिस में ऑल इंडिया स्तर पर पहली रैंक, टॉपर बलवंत निषाद के गुरुजनों ने पैरेंट्स को 11 हजार का चेक देकर सम्मानित किया
उत्तर प्रदेश गोरखपुर भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की अखिल स्तर की इंजीनियरिंग ट्रेड की एस. आई. रैंक के लिए आयोजित 49 पदों हेतु भर्ती परीक्षा में झुगिया बाजार अमावा निवासी दिहाड़ी मजदूरी करने वाले मोहित निषाद के पुत्र बलवंत निषाद ने ऑल इंडिया स्तर पर पहली रैंक हासिल करके क्षेत्र को गौरवांवित कर दिया। इसके पूर्व कई अन्य दर्जनों भर्ती परीक्षाओं में प्री और मेंस में सफलता प्राप्त करने में कुछ अंको या डीवी से छट जाते थे, लेकिन सतत परिश्रम, ईमानदारी, संघर्ष एवम आत्म विश्वास से अंततः सफलता हासिल कर लिए।
आपको बताते चले कि घर की आर्थिक स्थिति आज भी बहुत दयनीय है। क्षीण हीन मकान में गुजर बसर किसी तरह मजदूरी करके मोहित निषाद ने बेटे की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। यही नहीं बलवंत निषाद अपनी पढ़ाई के साथ साथ मजदूरी और लाइब्रेरी में काम करते थे। बलवंत निषाद ने राजकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के बाद प्रयागराज में एक्सीलेंटविजन टेक्निकल एकेडमी के मार्गदर्शन में तैयारी की। बलवंत की कामयाबी पर गांव में हर्ष का माहौल है। क्षेत्र के सम्मानित लोगों ने आज बलवंत निषाद, पिता मोहित निषाद , माता राजमती देवी, दादा मुन्नू निषाद और दादी चंपा देवी को माला और अंगवस्त्रम देकर का सम्मानित किया । बलवंत की कामयाबी पर ग्राम प्रधान परमात्मा ने कहा कि हमें बहुत गौरव की अनुभूति हो रही है । उन्होंने कहा कि भविष्य में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने वाले छात्रों और हाई स्कूल, इंटर , ग्रेजुएशन में उत्कृष्ट अंक पाने वाले छात्रों का इसी तरह हम हौसला अफजाई करते रहेंगे और क्षेत्र के छात्रों को कैरियर गाइडेंस के लिए विभिन्न कैरियर गाइडेंस के लिए काउंसलर से संपर्क करके एक नई दिशा देंगे।
अवर अभियंता सिंचाई विभाग प्रयागराज नवीन वर्मा ने सफल छात्र के पैरेंट्स और बलवंत निषाद को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर बलवंत के प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका शाहजहां बेगम, हाई स्कूल इंटर कॉलेज के शिक्षक परमेश्वर तिवारी, धीरेंद्र निषाद ,योग गुरु एवं एजुकेटर सुमित सेंगर, समाजसेवी सूरज प्रजापति, प्रवेश पटेल , विष्णु सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे। बलवंत निषाद के शिक्षक अरहम सिद्दीकी ने इस गौरवांवित सफलता पर कहा कि किसी छात्र की कामयाबी के पीछे छात्र की मेहनत के साथ पैरेंट्स का बहुत योगदान होता है। बलवंत निषाद को 11000 रुपए का चेक देकर सम्मानित किया।
सिद्दीकी ने विश्वास दिलाया कि भविष्य में किसी भी मेधावी छात्र को आर्थिक स्थिति पढ़ाई में बाधा नहीं बनेगी और न ही किसी प्रकार मार्गदर्शन बाधा बनेगी।
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