भरवारी कस्बे में लगा लंबा जाम आम जनता हलाकान, होमगार्ड के जवान पुलिस और सिपाहियों की ड्यूटी यातायात नियंत्रित करने के लिए लगाए जाने के बाद नगर क्षेत्र में लगता है जाम क्या इन पुलिस कर्मियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
उत्तर प्रदेश कौशांबी जिले में नगर पालिका परिषद भरवारी के बस स्टॉप रोड पर आए दिन भीषण जाम लगता है। लोग घंटे भर जाम के बीच में फंसे रह जाते हैं। बीमार और एंबुलेंस भी जाम में फस जाती है। स्कूली बच्चे भी जाम में घंटे भर भारी जाम में फस जाते हैं जिससे आम जनता को आवागमन में भारी दिक्कत होती है। बुधवार को कस्तूरबा गांधी बालिका इंटर कॉलेज तक लम्बा जाम लग गया। स्थिति इतनी खराब थी कि जाम के बीच से पैदल निकलना भी मुश्किल था। काफी प्रयास के बाद भी जाम में आम जनमानस घण्टो फंसे रहे। मौके पर पुलिस की भी व्यवस्थाएं ठीक नहीं थी।
कस्बे में यातायात नियंत्रण करने के नाम पर यातायात पुलिस होमगार्ड के जवानों की ड्यूटी लगाई जाती है। चौकी पुलिस भी यातायात नियंत्रण के लिए लगाई जाती है लेकिन कस्बे में आए दिन भीषण जाम लगता है और जाम से निजात के लिए सुरक्षा में लगे होमगार्ड के जवान यातायात पुलिस और चौकी पुलिस ठोस कार्रवाई नहीं करती है जिससे भरवारी कस्बे में लगने वाला जाम लाइलाज हो गया और आवागमन में लोगों को दिक्कतों से जूझना पड़ता है। रेलवे फाटक के पास आड़ी तिरछी खड़ी करके विक्रम ई रिक्शा वाले सवारी भरते हैं जिससे जाम की स्थिति और गंभीर हो जाती है। यातायात नियंत्रण करने के लिए लगाए गए होमगार्ड के जवान यातायात पुलिस और चौकी पुलिस मौज मस्ती करते हैं।
वाहनों से अवैध वसूली का इन पर आरोप है। आड़ा तिरछा विक्रम ई रिक्शा खड़े करने वाले चालकों पर कार्रवाई नहीं होती है। इतना ही नहीं यातायात नियंत्रण के लिए ड्यूटी पर लगाए गए पुलिसकर्मियों पर ठोस कार्रवाई नहीं होती है जिससे नगर क्षेत्र का जाम लाइलाज हो गया है।
आखिर होमगार्ड के जवान यातायात पुलिस और सिपाहियों की ड्यूटी यातायात नियंत्रित करने के लिए लगाए जाने के बाद नगर क्षेत्र में लगने वाले जाम में क्या इन पुलिस कर्मियों की जवाबदेही तय की जाएगी या फिर ड्यूटी लगाए जाने के बाद भी नगर क्षेत्र के लोग जाम के झाम से जूझते रहेंगे यह नगर क्षेत्र की यातायात व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।
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