गजब: चार साल बीत गए, 30 फीसदी वाहनों में नहीं लगी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट
प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश का बड़का जिला प्रतापगढ़ अक्सर सुर्खियों में रहता है।अब प्रतापगढ़ हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर सुर्खियों में है। यहां 30 फीसदी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का अभाव है।वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की अनिवार्यता को प्रभावी तरीके से पूरा करने के लिए परिवहन विभाग मशक्कत कर रहा है।साल भर से परिवाहन विभाग की सख्ती शुरू हुई।अब तक तीन सौ से अधिक वाहन स्वामियों को नोटिस भेजने का दावा किया जा रहा है।
शासन के निर्देश के बाद प्रतापगढ़ में साल 2019 में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने को लेकर कवायद शुरू हुई। नए वाहन खरीदने के साथ ही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाई जाने लगी, लेकिन पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर कई लोगों में दिलचस्पी नही है। चार पहिया और माल वाहकों की फिटनेस और परमिट को लेकर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की अनिवार्यता वाहनों में पूरी की जा चुकी है।
इस कवायद में मोटरसाइकिल छूट गई हैं। प्रतापगढ़ में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट से संबंधित लगभग 1,96,358 वाहन हैं,जिसमें से 1.37 लाख वाहन में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाई जा चुकी हैं। वहीं 60 हजार से अधिक वाहन हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट से अछूते हैं।विभागीय अधिकारियों के अनुसार इसमें सबसे अधिक 45 हजार दो पहिया वाहन है। विभागीय अधिकारियों की उदासीनता की वजह से 30 फीसदी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लग पाई है।
एआरटीओ प्रवर्तन दिलीप गुप्ता का कहना है कि चार महीने में 300 से अधिक वाहनों का चालान हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट न लगाने पर किया गया है।बाइक का नंबर प्लेट बदलवाने के लिए नोटिस भेजा जा रहा है।
बता दें कि हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट एक एल्यूमिनियम निर्मित नंबर प्लेट होती है।यह वाहन के फ्रंट और रियर में लगाई जाती है।एचएसआरपी के ऊपरी बाएं कोने पर एक नीले रंग का क्रोमियम आधारित अशोक चक्र का होलोग्राम होता है। इसके निचले बाएं कोने पर एक यूनिक लेजर-ब्रांडेड 10 अंकीय स्थायी पहचान संख्या पिन दिया जाता है।खास बात यह है कि वाहन के डिजिटल पंजीकरण के बाद ही एचएसआरपी जारी किया जाता है। यह वाहन से जुड़ा होता है। इस तरह प्लेट का उपयोग दूसरे वाहनों पर नहीं किया जा सकता। उन्हें चोरी और इन प्लेटों के किसी अन्य प्रकार दुरुपयोग को रोकने के रूप में कार्य करने के लिए डिजाइन किया जाता है। विभागीय सर्वे में वाहन चोरी की घटनाएं इस प्लेट के प्रयोग से कम हो रहीं हैं।
पंजीकृत तीस फीसदी वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगा है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सख्ती करते हुए चालान तथा जुर्माना भी किया जा रहा है। शेष वाहनों में एचएसआरपी नंबर प्लेट लगाने के लिए नोटिस भेजा जा रहा है।
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