प्रयागराज के पट्टे पर कौशांबी क्षेत्र से हो रहा बालू का परिवहन
कइ वर्षों से खनन अधिकारी के संरक्षण में चल रहे कौशांबी के अवैध बालू खनन पर नहीं हो सकी कारवाई
उत्तर प्रदेश कौशांबी
रिपोर्टर अमित कुमार
कौशांबी। प्रयागराज जनपद के ऐक बालू घाट का पट्टा लेने के बाद सराय अकिल थाना क्षेत्र के यमुना नदी से खनन का मामला लगातार विवादों से घिरा रहा कयी बार मामले कि शिकायत लेकिन आधी अधुरी कारवाई के बाद दबाव में बंद कर दी जाती है प्रयागराज के घाट का पट्टा लेने वाले ठेकेदार यमुना नदी के जिस क्षेत्र से खनन करते हैं यह कौशांबी के सराय अकिल थाना क्षेत्र में आता है सराय अकिल थाना क्षेत्र में कैसे प्रयागराज का पट्टा मिला है जब की दोनों के जिले अलग है कयी वर्ष से चल रहे बालू खनन के इस खेल के मामले को भी अधिकारी ने जांच कर दोषी जनो पर कार्रवाई नहीं की शिकायत के बाद दोनों जिले के खनन अधिकारी और राजस्व अधिकारी को बुलाकर सीमा क्षेत्र के विवाद का निस्तारण नहीं किया गया है आखिर जब तक सीमा विवाद क्षेत्र का निस्तारण नहीं होता तब तक कैसे दुसरे ज़िले से बालू खनन हो रहा है प्रयागराज जिले के ऐक बालू पट्टा लेने के बाद कौशांबी क्षेत्र के सराय अकिल थाना क्षेत्र द्वारा परिवहन करवाया जाता है ठेकेदार व अधिकारी का कहना है कि यमुना नदी की धारा बदल जाने के कारण सीमा क्षेत्र बदला गया है और प्रयागराज का क्षेत्र कौशांबी में सामिल हो गया है तो फिर थाना क्षेत्र की सीमांकन क्यों नहीं बदली है राजस्व विभाग का सीमांकन क्यों नहीं बदला है केवल खनन क्षेत्र का सीमांकन बदल गया है लेकिन कौशांबी के अफसर इस बात को मानने को तैयार नहीं है राजस्व का मानचित्र भी इस बात को सिरे से खारिज कर रहा है जिस क्षेत्र से बालू का खनन हो रहा है राजस्व उस क्षेत्र को प्रयागराज में दरशा रहा है यमुना नदी के जिस क्षेत्र से बालू खनन हो रहा है उस जगह न तो पुल बना है।
और न तो कोई सड़क है फिर प्रयागराज क्षेत्र की बालू कौशांबी के सराय अकिल इलाके से कैसे परिवहन हो रहा है क्या उड कर बालू कौशांबी पहुंच रही है या फिर हवाई जहाज में ट्रक भरकर बालू का परिवहन हो रहा है यह गंभीर जांच का विशय है लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी कौशांबी से प्रयागराज बालू परिवहन पर जांच पूरी करके बालू माफिया को गिरफ्तार कर जेल नहीं भेजा गया इससे खनन व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
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