अस्पताल के दवा काउंटर पर बैठा स्वास्थ्य कर्मी भी मनमानी पर उतारू है, चायल सीएचसी में दवा के लिए लगी लम्बी लाइन मरीज घंटो करते रहते है इंतजार कर्मचारी रहते हैं गायब
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले में सरकारी अस्पतालों की चौपट व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है दिन प्रतिदिन सरकारी अस्पताल की व्यवस्था चौपट होती जा रही है सरकारी चिकित्सक अस्पताल से गायब रहते हैं और नर्सिंग होम में वह देखे जाते हैं जिससे सरकारी अस्पताल में मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता स्थिति इतनी बदतर है कि अब वार्ड ब्याय और फार्मासिस्ट मरीजों को दवा देकर खाना पूर्ति कर रहे हैं। अनुभवहीनता के चलते वार्ड ब्याय और फार्मासिस्ट के द्वारा दी गई दवा के बाद मरीज का मर्ज नहीं ठीक होता है जिससे मजबूर होकर मरीज निजी नर्सिंग होम की ओर पलायन कर रहे हैं यदि कभी कभार कुछ चिकित्सक सरकारी अस्पताल में पहुंचे तो दर्जन भर मरीजों को देखने के बाद जब वह दवा का पर्चा लिख देते हैं तो अस्पताल के दवा काउंटर पर बैठा स्वास्थ्य कर्मी भी मनमानी पर उतारू है लाइन में घंटो मरीज और उनके परिजनों को खड़े होकर के दवा लेने के लिए इंतजार करना पड़ता है।
शुक्रवार को फिर सरकारी अस्पताल में दवा काउंटर की बदतर स्थिति देखने को मिली है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक भी स्वास्थ्य कर्मियों के तानाशाही पर रोक लगाते नहीं दिख रहे हैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी तो पूरी तरह से लापरवाह हो गए हैं जिले में सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधार पाने में मुख्य चिकित्सा अधिकारी सफल होते नहीं दिख रहे हैं लेकिन उसके बाद भी स्वास्थ्य मंत्री मुख्य चिकित्सा अधिकारी की लापरवाही को संज्ञान लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने का प्रयास नहीं कर रहे हैं इलाके के लोगों ने मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधार कराए जाने की मांग की है।
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