गौशाला के हालात दयनीय नजर आ रहे हैं जिम्मेदार कार्यवाही करने के बजाय मौन धारण किए हुए हैं।
उत्तर प्रदेश चित्रकूट जिले के मानिकपुर विकासखंड में संचालित गौशालाओं के हालात दयनीय नजर आ रहे हैं। जिम्मेदार कार्यवाही करने के बजाय मौन धारण किए हुए हैं। जिसके चलते आए दिन किसी न किसी गौशाला से कई मृत पशुओं के पड़े होने कुत्ते व कौवे को नोंच कर खाने की ख़बर मिलती रहती हैं। ख़बर वायरल होने के बाद मौके पर पहुंचकर बीडीओ और ग्राम सचिव द्वारा आनन-फानन में भूसा आदि व्यवस्थाओं को कुछ दिखाने के लिए दुरुस्त कर अधिकारियों को सब कुछ सही दिखा कर गुमराह कर दिया जाता है।
पूरा मामला मानिकपुर ब्लॉक अंर्तगत ग्राम पंचायत गढ़चपा के स्थाई गौशाला का है जो गांव से कोसों दूर जंगल किनारे वनाया गया है ताकि कोई अधिकारी न पहुंच सके,बृहस्पतिवार को यहां की गौशाला में कई बीमार व मृत पड़े गोवंशों का वीडियो मिला है। वायरल वीडियो में कई मृत पड़े गोवंश के आंख और शरीर को कौवा द्वारा नोंच कर खाया गया है। वहीं गौशाला के अंदर कुत्ते भी मृत पड़े गोवंशो को नोंच कर खाने के लिए घूम रहे हैं। वायरल वीडियो में जिला अधिकारी के निर्देश के बाद भी ठंड से बचने के लिए गोवंशों को काऊकोट नहीं पहनाया गया है और न ही ठंड से बचाव के लिए पुख्ता इंतजाम ही किये गए हैं। साथ ही खाने के लिए गेंहू के भूसे की जगह पराली के भूसे की व्यवस्था देखने को मिली है।स्थानीय चरवाहों का कहना कि गौशाला के व्यवस्थाओं का निरीक्षण व पशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए बीडीओ और पशु चिकित्साधिकारी कभी भी गौशाला नहीं आते हैं।
चरवाहे बताते हैं कि गौशाला के बगल ही मृत गायों को फेंक दिया जाता है। जिसे कुत्ते नोंचते रहते हैं। साक्ष्य के तौर पर गौशाला के बगल मौजूद ढेर सारे अस्थि पंजर और तार से बनी बाउंड्री के किनारे मृत गोवंश है। प्रधान प्रतिनिधि के दबंगई के दहसत से कोई ग्रामीण शिकायत भी नहीं कर सकता है और जब कभी किसी अधिकारी के पहुंचने की ख़बर चल जाती है तो गौशाला के बगल मौजूद अस्थि पंजर को ग्राम प्रधान व सचिव बता देते हैं कि इन सब को ग्रामीणों द्वारा मृत पशु के फेक जाने की बात कहकर गुमराह कर दिया जाता है। वहीं चरवाहों ने बताया कि कभी भी कोइ भी अधिकारी गौशालाओं की जांच करने नहीं आता है। अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही करेंगे या फिर प्रधान प्रतिनिधि से मिल कर झूठी ख़बर बताते हुए कार्यवाही करते हुए उच्चाधिकारियों को गुमराह कर सच्चाई छिपाने का काम करेगें।
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