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रिश्र्वत खोर ईपीएफओ असिस्टेंट कमिश्नर एवं इंस्पेक्टर को रंगे हाथों किया गया गिरफ्तार

रिश्र्वत खोर ईपीएफओ असिस्टेंट कमिश्नर एवं इंस्पेक्टर को रंगे हाथों किया गया गिरफ्तार 

लखनऊ – योगी आदित्यनाथ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के मुताबिक भ्रष्टाचार पर लगातार हो रही कार्यवाही के बावजूद घूसखोरी के मामले नहीं थम रहे हैं। गलत तरीके से टैक्स नहीं लगाने की ऐवज में 12 लाख रुपए की घूस ले रहे रिश्वतखोर ईपीएफओ अस्सिटेंट कमिश्नर तथा इंस्पेक्टर को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। सीबीआई की ओर से की गई इस बड़ी कार्यवाही में अरेस्ट किए गए, असिस्टेंट कमिश्नर एवं इंस्पेक्टर अब स्पेशल कोर्ट में पेश किए जाएंगे।

राजधानी लखनऊ में सीबीआई ने केंद्रीय भविष्य निधि संगठन के दफ्तर में खेले जा रहे भ्रष्टाचार के खेल का बड़ा मामला उजागर करते हुए विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर ज्ञानेंद्र कुमार एवं इंस्पेक्टर पुनीत सिंह को उस समय रंगे हाथ गिरफ्तार किया है जब दोनों अफसर 12 लाख रुपए की घूस ले रहे थे। सीबीआई की टीम ने देर रात लिए गए एक्शन के अंतर्गत गिरफ्तार किए गए असिस्टेंट कमिश्नर एवं इंस्पेक्टर को आज सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा।  

भ्रष्टाचार के आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आरोपियों के दस्तावेज सीबीआई द्वारा खंगाले जा रहे हैं। सीबीआई द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ यह बड़ी कार्यवाही राजधानी लखनऊ के न्यू गणेशगंज स्थित खुर्शीद बाग में रहने वाले राजीव शुक्ला की शिकायत पर की गई है। राजीव शुक्ला ने बताया है कि उनकी कंपनी मानव संसाधन आपूर्ति का काम करती है। कंपनी का असेसमेंट ईपीएफओ कार्यालय कर रहा हैं। 

शिकायतकर्ता ने कहा है कि दस्तावेज जमा करने के बाद भी सहायक कमिश्नर ज्ञानेंद्र एवं इंस्पेक्टर पुनीत गलत तरीके से टैक्स नहीं लगाने की एवज में उससे 12 लाख रुपए की घूस मांग रहे हैं। इस घूसखोरी के काम में मनीष बिजोलिया का काम कर रहा था। सीबीआई ने मंगलवार की देर रात तीनों को ईपीएफ दफ्तर में दबिश देते हुए गिरफ्तार कर लिया है।

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