वाहनों में लदे बालू बराबर करने को लेकर घाट पर दो पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन घायल खून से लाल हो गई यमुना नदी।
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले में बालू के अवैध खनन को लेकर यमुना नदी की तलहटी हमेशा से खून से लाल होती रही है एक बार फिर शुक्रवार को यमुना नदी की तलहटी खून से लाल हो गई है यमुना नदी की तलहटी में जमकर खूनी संघर्ष हुआ है और आधा दर्जन से अधिक लोग लहूलुहान हो गए हैं पिपरी थाना क्षेत्र के सैदपुर स्थित बालू घाट पर शुक्रवार की सुबह वाहनों में बालू लादने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। इसके बाद दोनों तरफ से जमकर लाठी-डंडा और बेलचा चला मारपीट से घाट पर भगदड़ मच गई मजदूरों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। इसमें छह लोग घायल हो गए। घायलों ने एक दूसरे के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। घायलों का इलाज अलग-अलग निजी अस्पतालों में चल रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक प्रयागराज के लालापुर थाना इलाके के मझियारी घाट पर बालू खनन के लिए पट्टा है। मझियारी घाट से बालू का खनन कर उसका परिवहन कौशाम्बी के पिपरी थाना इलाके से किया जाता है खनन के बाद वाहनों पर लदे बालू को बराबर करने के लिए मजदूर एक वाहन से सौ रुपया लेते हैं। बालू बराबर करने को लेकर कई बार सैदपुर और तिल्हापुर गांव के मजदूर आमने-सामने आ चुके हैं। शुक्रवार सुबह सैदपुर गांव निवासी सुनील निषाद लोड ट्रक को फावड़े से बराबर कर रहा था। इसी बात को लेकर तिल्हापुर गांव के मजदूर विरोध करने लगे। दोनों तरफ से इकट्ठा हुए लोग गाली गलौज कर एक दूसरे पर लाठी- डंडा और बेलचा लेकर टूट पड़े। दोनों तरफ से जमकर मारपीट होने लगी।
मारपीट में एक तरफ से सैदपुर निवासी सुनील निषाद पुत्र विनोद निषाद, नीरज पुत्र ननकू, आशीष पुत्र कंधई घायल हो गए। जबकि दूसरे पक्ष से सरायअकिल कोतवाली के तिल्हापुर गांव निवासी बंशीलाल पुत्र मोतीलाल, जीवनलाल पुत्र हिरई, मसूरी पुत्र मुन्नी लाल, मीही लाल पुत्र भोरई घायल हो हुए हैं। बंशीलाल का सिर फट गया है। सभी घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इस सम्बंध में इंस्पेक्टर दिनेश सिंह परिहार का कहना है कि मामले की तहरीर मिली है क्रॉस केस दर्ज किया जा रहा है मामले की जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
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