Home » क्राइम » अपराधियों का काल बनी एटा पुलिस

अपराधियों का काल बनी एटा पुलिस

अपराधियों का काल बनी एटा पुलिस

एटा दो अन्तर्राज्यीय शातिर साइबर ठग चढ़े एटा पुलिस के हत्थे, लॉटरी का लालच देकर भोले-भाले लोगों से अलग अलग खातों में डलवाते थे रुपये,भारी मात्रा में सिम कार्ड, मोबाइल, ठगी करने के विभिन्न उपकरण व प्रपत्र तथा नकदी बरामद।

जनपद में सुदृढ़ कानून व्यवस्था तथा अपराध एवं अपराधियों पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के परिदृश्य।

एटा-वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह के निर्देशन तथा अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाहा व अपर पुलिस अधीक्षक अपराध योगेंद्र सिंह के निकट पर्यवेक्षण में।

अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा।

आज दिनांक 25.02.24 को मुअसं-43/2023 धारा-420 भादवि व 66 आईटी एक्ट में।

वांछित चल रहे दो अभियुक्ततों को समय करीब 14.10 बजे खेरेश्वर चौराहा अलींगढ के पास से गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थानास्तर से आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।

गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम व पता

01. मनिहारी पुत्र अमो मूल निवासी तुंगम अफी थाना तडूबी जनपद सेनापति मणीपुर हाल निवासी मुनिरका थाना किशनगढ दिल्ली।

02. ए. थौहरी पुत्र अमो मूल निवासी तुंगम अफी थाना तडूबी जनपद सेनापति मणिपुर हाल निवासी मुनिरका थाना किशनगढ दिल्ली

बरामदगी :

01. 05 एन्ड्राइड मोबाइल

02. 13 एटीएम कार्ड भिन्न भिन्न बैंको के

03. 04 एटीएम किट कार्ड लैटर

04. 01 पासबुक

05. 01 चैक बुक

06. 02 सिम कार्ड एयरटेल

07. 01 आधार कार्ड छायाप्रति

08. 01 पैन कार्ड छाया प्रति

09. 01 पैन कार्ड

10. 1220 रुपये नकद

मुख्य बिन्द,

01. अभियुक्तगणों द्वारा भोले- भाले लोगों को लाटरी,नौकरी व अन्य भिन्न-भिन्न प्रकार का लालच देकर ठगी करते थे।

02. लालच देने के उपरान्त उनसे अपने भिन्न भिन्न खातो में रुपये डलवाते थे औऱ एटीएम के जरिये रुपया निकालकर अपने खर्चो मे प्रयोग करते है।

03. अभियुक्तगण अपने मंहगे शौक करने के शौकीन हैं तथा ठगी करने के वाद अपने मंहगे शौक पूरे करते हैं।

04. अभियुक्तगणों द्वारा अपने तथा अन्य व्यक्तियो के डिटेल प्राप्त कर उनके नाम से बैकों में खाते आनलाइन/आफलाइन माध्यम से खुलवाकर अपने मोबाइल नम्बरों से लिंक कर देते है,जिससे खाते की पूरी जानकारी प्राप्त होती रहती है।

05. अभियुक्तगणों धोखाधडी से डिटेल प्राप्त कर आनलाइन माध्यम से बैंको में खाते खोलकर कूटरचित तरीके से खातो में।

अपने मोबाइल नम्बर खातो से लिंक कर संचालन करते है तथा लोगो से धोखाधडी करके प्राप्त धन को बैको से एटीएम व अन्य माध्यमो से लाभ प्राप्त करते है।

इसे भी पढ़ें निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर में 27 लोग मोतियाबिंद के लिए चयनित

7k Network

Leave a Comment

RELATED LATEST NEWS

Latest News