संसार में कोई भी वस्तु भगवान से बङा नहीं – आचार्य स्वप्निल गोपाल दास जी महराज
संवाददाता – विवेक कुमार मिश्र
उत्तर प्रदेश प्रतापगढ़ जिले के कुण्डा तहसील क्षेंत्र के ग्रामसभा देवरपट्टी के गांव लच्छीपुर में चल रही श्री मद्भागवत कथा के चौथे दिन कथा वाचक व्यास आचार्य पंडित स्वप्निल गोपाल दास जी महराज ने प्रभु के वामन अवतार के वृतांत को खूब विस्तार पूर्वक वर्णन किया।
भक्तों ने श्री कृष्ण जन्मोंत्सव को भी बङे ही धूम धाम के साथ मनाया। और श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन की शुरुआत भागवत महाआरती और विश्व शांति के लिए प्रार्थना के साथ की गई।
कथावाचक व्यास जी ने कहा कि कथा श्रवण करना परम सौभाग्य है जो लोग भक्ति करने जाएंगे तो उसकी परीक्षाएं तो होंगी। श्रीमद् भागवत महापुराण को श्रवण करने से हमारे जन्म जन्मांतर के दुख समाप्त हो जाते हैं।
पाप और दुख में बहुत अंतर है। श्रीमद् भागवत कथा चतुर्थ दिवस के प्रसंग का वृतांत सुनाते हुए बताया कि वामन अवतार भगवान विष्णु के दशावतारों में पांचवा अवतार और मानव रूप में अवतार था जिसमें भगवान विष्णु ने एक वामन के रूप में इंद्र की रक्षा के लिए धरती पर अवतार लिया।
कथा का श्रवण रसपान कर रहे मुख्य यजमान कमला कांत शुक्ल और सुमित्रा शुक्ल रहे और श्रीमद्भागवत कथा में भाव विभोर दिखे। इस अवसर पर मीरा देवी इंटर कॉलेज के प्रबंधक वरिष्ठ समाजसेवक संजय कुमार त्रिपाठी, कुलदीप त्रिपाठी, गुड्डू मिश्रा, अजय कुमार त्रिपाठी, मल्लिकार्जुन मिश्रा, श्यामू मिश्रा, संजय शुक्ला आदि भारी संख्या में भक्तगण उपस्थित होकर कथा का रसपान कर महाप्रसाद ग्रहण किया।
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