भाजपा के शीर्ष नेताओं ने कौशांबी से टिकट दिया सांसद को तो परिणाम आएगा 2022 का। टिकट न मिलने के आसार से सांसद ने दीवाल के वॉल पेंटिंग को मिटवाया अब टिकट की आस लगाकर बैठे हैं दिल्ली में।
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले में लोकसभा चुनाव 2024 जहा पूरे देश में लोकसभा 2024 के चुनाव का बिगुल बज चुका है और कुछ लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों के नाम पार्टियों ने घोषित भी कर चुके हैं लेकिन जनपद कौशांबी के कौशांबी लोकसभा के सीट से किसी दल ने अभी तक किसी प्रत्याशी का नाम नहीं घोषित किया है इस बीच पत्रकार बंधु जिस भी क्षेत्र में जाते हैं तो कौशांबी की जनता पूछ लेती है कि आखिर क्या कारण है कि अभी तक कौशांबी लोकसभा की सीट से किसी प्रत्याशी का नाम उभर कर नहीं आया है।
इसका असली कारण क्या है कुछ लोग तो यह भी पूछ रहे हैं कि और कह भी रहे हैं कि इसका मुख्य कारण दो बार से सांसद रहे विनोद सोनकर हैं सबसे बड़ी बात तो यह है कि जब कौशांबी के पत्रकार बंधुओ ने कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर के घोटाले की पूरी तरह से पोल खोलना शुरू किया तो भाजपा के शीर्ष नेता शक्ति से आ गए और यह आवाज उठने लगी की कौशांबी संसदीय सीट से विनोद सोनकर का टिकट कटना सुनिश्चित हो गया है।
विनोद सोनकर का जैसे ही कुछ अनुभव हुआ कि कौशांबी संसदीय क्षेत्र से तीसरी बार टिकट मिलने के आसार नहीं है तो उन्होंने कौशांबी संसदीय क्षेत्र के दीवारों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिंदाबाद अमित शाह जिंदाबाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिंदाबाद अटल बिहारी बाजपेई अमर रहे और अब की बार एक बार फिर कमल का निशान बनवाया था सुगबुगाहट जैसे ही तेज हुई तो विनोद सोनकर ने दीवाल के वॉल पेंटिंग को मिटवा दिया अब वही कहानी याद आती है की भाई सांप छछूंदर केरी एक तरफ तो सांसद जी टिकट कटने के सुगबुगाहट से वॉल पेंटिंग को हटवा दिये और जब कौशांबी संसदीय क्षेत्र से भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया तो टिकट की आस लगाकर दिल्ली में डेरा डालकर बैठ गए।
सूत्रों से मिली जानकारी में अभी तक विनोद सोनकर को टिकट मिलने के असार बहुत कम है यदि टिकट मिल भी जाता है तो परिणाम 2022 की तरह आएगा।
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