एटा-वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह तथा अपर पुलिस अधीक्षक अपराध योगेन्द्र सिंह के निर्देशन में तथा क्षेत्राधिकारी सदर अमित राय के निकट पर्यवेक्षण में जनपद में साइबर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के परिदृश्य चलाए जा रहे अभियान के तहत थाना साइबर क्राइम एटा द्वारा आनलाइन ठगी का शिकार हुए शिकायतकर्ता।
1.धर्मेन्द्र कुमार पुत्र स्व0 शंकरलाल निवासी सिन्धी कॉलोनी थाना कोतवाली नगर जनपद एटा ने प्रार्थना के माध्यम से अवगत कराया कि शिकायतकर्ता के पास अज्ञात कॉलर द्वारा कॉल कर बताया गया कि उसे अपने एक प्रोग्राम में टेंट लगवाना है कितना खर्चा आयेगा आदि जानकारी लेकर बोला कि आपके यूपीआईडी पर पेमेंन्ट डाल रहा हूँ उसे स्वीकार कर लो। इस तरह झांसे में लेकर कुल 17998 रुपये का फ्राड कर लिया गया है।
2.गौरव गुप्ता पुत्र श्री अशोक कुमार निवासी आर्य नगर शिवगंज थाना कोतवाली नगर जनपद एटा ने प्रार्थना के माध्यम से अवगत कराया कि शिकायतकर्ता के पास अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन करके बताया कि शर्मा बोल रहा हूँ मैं तुम्हारे खाता में 20000 रुपये डलवा रहा हूँ।
ऐसा कहकर उपरोक्त व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता के पास फर्जी मेसेज 25000 रुपये का भेज दिया था तो इसी प्रकार 20000 रुपये का फ्राड फ्राड कर लिया गया है।
क्षेत्राधिकारी सदर एटा द्वारा थाना साइबर क्राइम की टीम को प्रकरण की जांच कर शिकायतकर्ताओं की समुचित मदद करने हेतु निर्देशित किया गया।
थाना साइबर क्राइम एटा द्वारा मामले की गंभीरता से जांचकर त्वरित व लाभप्रद कार्यवाही करते हुए तथा सम्बन्धित बैंक व मर्चेन्ट गेट-वे को ई-मेल व जरिये मोबाइल सम्पर्क करते हुये।
शिकायतकर्ता धर्मेन्द्र कुमार की 17998 रुपये की पूर्ण धनराशि व शिकायतकर्ता गौरव गुप्ता की 20000 को पीडित के खाता में वापस कराया गया है संदिग्ध मोबाइल नम्बर व खातों को त्वरित ब्लाक कराया गया है।
अपने पैसे वापस पाकर शिकायतकर्ताओं द्वारा एटा पुलिस को धन्यवाद देते हुए भूरि भूरि प्रशंसा की गई है।
थाना साइबर क्राइम टीम जनपद एटा
1. प्र0 नि0 दया नारायण त्रिपाठी
2. उ0नि0 दीक्षित कुमार
3. आरक्षी राजा राम चौधरी
4. आरक्षी अजयपाल सिंह
थाना साइबर क्राइम एटा द्वारा साइबर ठगी से बचने हेतु आमजन को संदेश
01- किसी भी कम्पनी का कस्टमर केयर नम्बर उस कम्पनी के आधिकारिक वेवसाइट से ही प्राप्त करें क्योकि आजकल साइबर ठगों द्वारा अपने नम्बरों को विभिन्न आनलाइन कम्पनियों के कस्टमर केयर के नाम से गूगल पर अपडेट किया गया है।
02- कोई भी बैंक अधिकारी फोन पर कभी भी आपसे एटीएम खाते क्रेडिट कार्ड अन्य से सम्बन्धित जानकारी नहीं मांगता इसलिए कभी भी फोन काल पर अपने बैंक से सम्बन्धित जानकारी शेयर ना करें।
03- किसी भी क्यूआर कोड से पेमेंट लेते/देते समय यह अवश्य चेक करें कि क्यूआर कोड पेमेंट रिसीव करने वाला है।
05- किसी भी प्रकार का साइबर क्राइम होने पर हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कराये।
06- खाते में KYC अपडेट कराने के लिये बैकों द्वारा कभी भी किसी से व्यक्तिगत जानकारी/OTP/CVV/पिन नम्बर नही मांगे जाते है।
07- ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने वाली कम्पनियों व सरकारी विभाग/कम्पनियों के कस्टमर केयर का नम्बर आधिकारिक वेबसाइट से ही प्राप्त करे।
08- वर्तमान समय में फ्राड का नया तरीका सामने आया है।
जिसमें पीडित एटीएम बूथ में जाकर एटीएम से पैसे निकालता है तो उस दौरान एटीएम में कार्ड फंस जाता है।
जिसके बाद वहां पर एटीएम की दीवार पर लिखे हेल्पलाइन नम्बर पर कॉल करता है तो फर्जी कॉलर पीडित को अश्वासन देता है।
कि आप चिन्ता न करें मेरा इन्जीनियर आयेगा तब आपके कार्ड को वापस कर दिया जायेगा। ऐसा कदापि न करें।
बिना बैंक शाखा से अटैच एटीएम बूथ का प्रयोग करने से बचें।
जिला संवाददाता अमित चौहान
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