पुलिस-प्रशासन मौन शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले के थाना चरवा अंतर्गत गांव सीरियावा की लड़की की शादी में दहेज लोभियों द्वारा महिला को किया जा रहा है प्रताड़ित और दी गई जान से मारने की धमकी यह मामला जनपद कौशांबी के गांव सीरियावा थाना चरवा का है, पीड़िता तैयबा का निकाह अलवैश अली जो की गांव रामपुर मडूकी फैजूपुर थाना मंझनपुर जनपद कौशांबी निवासी का बताया जाता है।
दोनों का निकाह मुस्लिम परंपरा के अनुसार हुआ था तैयबा के पिता ने अपनी हैसियत अनुसार कर्जपात लेकर बड़ी ही धूमधाम से विवाह संपन्न करा कर अपनी बेटी को घर से विदा किया l पीड़िता के पिता ने हमसे बात करने के दौरान बताया कि मैंने अपनी बेटी का निकाह करने के साथ-साथ माननीय उच्च न्यायालय प्रयागराज में रजिस्टर्ड कोर्ट मैरिज भी करवा रखा है जिसका उनके पास सबूत है, उनका कहना है कि शादी के कुछ ही महीनों बाद बेटी को ससुराल पक्ष द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा।
उससे दहेज की मांग की जाने लगी जिसमे चार पहिया वाहन मारुति सुजुकी तथा 10 लाख नगद की मांग की जाने लगी, उनकी पुत्री ने उन्हें जानकारी दी की सास अहमदुनिशा, ससुर शेर अली, देवर मोनू, चचिया ससुर दिलशाद अली एवं ननद अमरीन इन सभी के द्वारा पीड़िता को तरह-तरह के ताने एवं प्रताड़ना दी जाने लगी इन बातों का विरोध किया तो पीड़िता की सास अहमदुनिशा ने अपने पुत्र से कहा कि इसे जिंदा जला दो हम तुम्हारी दूसरी शादी करवा देंगे तथा पुलिस एवं प्रशासन को ढेर सारा रुपया देकर सारा मामला रफा दफा करवा देंगे।
हमने जब पीड़िता तैयबा से बात की तो उन्होंने हमें यह बताया कि मैं बचपन से ही कभी भी मीट मांस का प्रयोग नहीं करती खाने में लेकिन यह लोग मुझे मीट मांस जबरदस्ती मुझे खिलाने का भरपूर प्रयास करते हैं, मेरा चचिया ससुर दिलशाद अली मुझ पर बुरी नीयत रखते हुए मेरे साथ जबरदस्ती अवैध संबंध बनाने की कोशिश की जिसकी शिकायत जब मैने अपने पति अलवैश अली से की तो उन्होंने मुझे मारपीट कर चुप करा दिया और कहा कि अगर यहां पर रहना है तो यह सब करना ही पड़ेगा। पीड़िता एवं उसके पिता ने इसकी शिकायत कई बार जाकर उक्त थाना चरवा, थाना मंझनपुर में करना चाहा जहां पर उनकी किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हुई, पीड़िता व उसके पिता की मांने तो चौकी इंचार्ज समसाबाद ने पीड़िता के द्वारा दी गई तहरीर ना लेकर स्वयं अपने द्वारा बनाई गई तहरीर में फर्जी हस्ताक्षर बनाकर आईजीआरएस की रिपोर्ट में पीड़िता का स्टेटमेंट पूरी तरह से बदल दिया।
पीड़िता ने कहा है कि उनकी दी गई तहरीर जिसमें ससुराल पक्ष पर चार पहिया वाहन एवं 10 लाख नगद की मांग करते हुए उनके खिलाफ शिकायत पत्र दिया गया था चौकी इंचार्ज ने पूरी तहरीर बदलकर दूसरी तहरीर में यह लिखवा दिया कि पीड़िता ससुराल पक्ष के खिलाफ कोई भी शिकायत दर्ज नहीं करवाई है और वह अपने ससुराल में एक अच्छा और खुशहाल जीवन व्यतीत कर रही है जबकि सच्चाई इससे कुछ अलग हटकर है पीड़िता अपने 11 महीने के बच्चे मुहम्मद को लेकर अपने मां-बाप के यहां जैसे तैसे गुजर बसर कर रही है और अभी तक उसे न्याय की कही से कोई उम्मीद नहीं है मगर उसका यह कहना जरूर है कि आज नहीं तो कल मुझे इंसाफ जरूर मिलेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई सरकार एवं प्रशासन द्वारा अवश्य की जाएगी।
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