नायब तहसीलदार के विरुद्ध कार्यवाही तक अधिवक्ताओ ने न्यायिक कार्य से विरत रहने का लिया फैसला।
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले के मंझनपुर के नायब तहसीलदार के विरोध में जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और महामंत्री की अगुवाई में जनपद के अधिवक्ताओं ने जोरदार धरना प्रदर्शन नारेबाजी करते हुए जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपर जिला अधिकारी को ज्ञापन सौपा है बिरोध कर रहे अधिवक्ताओं ने नायब तहसीलदार करारी मोबीन अहमद पर गंभीर आरोप लगाए हैं मंझनपुर तहसील में अपना क्षेत्र छोड़कर दूसरे क्षेत्र में नायब तहसीलदार जबरिया जमीनों पर कब्जा करवा रहे हैं गलत कार्यों का विरोध करने पर अभद्रता करते हैं ताजा मामला एक अधिवक्ता से भी उन्होंने अभद्रता कर दिया है चायल तहसील में तैनाती के दौरान नायब तहसीलदार मोवीन अहमद पर बहुत से जमीनों में पैसा लेकर कब्जा करवाने का भी आरोप लगा था जिस पर वहां से इन्हें हटा दिया गया था अधिवक्ता पूरी तरह से आक्रोशित हैं जब तक नायब तहसीलदार के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की गई तब तक के लिए अधिवक्ताओ ने न्यायिक कार्य विरत रहने का फैसला लिया है।
मंझनपुर तहसील के कोसम इनाम की जमीन में जिनका नाम खतौनी में है लेकिन गांव का दूसरा पक्ष जबरिया उनके घर पर कब्जा कर लिया था जिसकी शिकायत मंझनपुर एसडीएम के यहां हुई थी तो एसडीएम ने नायब तहसील दार मंझनपुर को जांच के लिए भेजा था उन नायब तहसीलदार के साथ नायब तहसीलदार करारी मोबीन अहमद भी गए हुए थे जबकि एसडीएम ने मोबीन को नहीं भेजा लेकिन यह अपने तानाशाही में गए और भूमिधर स्वामी का ताला तोड़वा रहे थे भूमिधर स्वामी के अधिवक्ता अंकित त्रिपाठी रिश्तेदार हैं मामले की जानकारी अधिवक्ता अंकित त्रिपाठी को हुई तो उन्होंने थाना प्रभारी कौशाम्बी को फोन किया तो उन्होंने कहा हम कुछ नहीं कर सकते तो अधिवक्ता अंकित त्रिपाठी थाना कौशाम्बी पहुंच गए वहीं पर नायब तहसीलदार करारी मोबीन अहमद पहले से मौजूद थे अधिवक्ता ने जब कानूनी तौर पर जानकारी चाही तो मोबीन अहमद आवेश में आकर अभद्रता करने लगे और थाना प्रभारी कौशाम्बी को आदेश देने लगे कि इस अधिवक्ता को सलाखों में डाल दीजिए।
आपको बताते चलें कि यह वही मोबीन अहमद हैं जिनके अरदली अनुज कुमार का अभी दो सप्ताह पहले घूस मांगते हुए ऑडियो वायरल हुआ था जिसको अधिवक्ता संज्ञान में लेकर एसडीएम से मिलकर शिकायत किए थे जिस पर एसडीएम ने कार्यक्षेत्र में परिवर्तन कर दिए थे इन्हें नायब तहसीलदार मंझनपुर का कार्यभार दे दिया था लेकिन इन्होंने एसडीएम के आदेश को ठेंगे में रखकर वही नायब तहसीलदार करारी के पद ही लगातार कार्य कर रहे थे अधिवक्ताओं का आरोप है कि यह अपने आपको एसडीएम से बड़ा और तानाशाह समझते हैं वकीलों से अक्सर अभद्रता करते रहते हैं।
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