मध्यप्रदेश में एक साथ 18 पटवारियों और दो क्लर्कों को जिला कलेक्टर ने किया बर्खास्त राजस्व विभाग में मची हड़कंप।
मध्यप्रदेश में फसल क्षति मुआवजा राशि वितरण में लगभग डेढ़ करोड़ की वित्तीय अनियमितता करते हुए पटवारियों द्वारा राशि का गवन कर लिया गया है बताया जाता है कि किसानों की फसल मुआवजा राशि का पटवारियों और क्लर्कों ने हेराफेरी कर लिया था इस मामले में कुल 35 पटवारियों और बाबुओं के खिलाफ जांच कराई गई थी इसी आरोप में 2023 में 18 पटवारियों और दो क्लर्कों के खिलाफ जिला प्रशासन के निर्देश पर संबंधित थानों में प्रकरण दर्ज किया गया था FIR होने के साथ ही 8 आरोपी पटवारियों उसी दौरान निलंबित किया गया था यह पूरा मामला मध्यप्रदेश के देवास जिले का है जहां कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने फ़सल क्षति मुआवजा राशि गवन करने वाले 18 पटवारियों की सेवा समाप्त कर दी है। इसके साथ ही 2 लिपिकों पर भी कार्रवाई की है। किसान फसल क्षति वितरण में धांधली करने पर कलेक्टर ने ये कार्रवाई की है। इन पटवारियों पर गिरी बर्खास्तगी की गाज।
फसल क्षति मुआवजा राशि गवन मामले में देवास कलेक्टर ऋषभ गुप्ता द्वारा कन्नौद में पदस्थ सहायक ग्रेड तीन राहुल कर्मा और तहसील कार्यालय सोनकच्छ में पदस्थ राहुल माली के अलावा पटवारी बंशीलाल डाबर, प्यार सिंह सोलंकी, अमित कुशवाहा, दिनेश सिसोदिया, दिलीप यादव, भैयालाल नरगावे, महेंद्र मंडलोई, नंदकिशोर शर्मा, अनिरुद्ध यादव, अनिल धुर्वे, रायसिंह देवड़ा, विकास सरोठिया, नवीन धीमान, अर्जुन वर्मा, रामोतार जोनवाल और अजय चौधरी शामिल हैं इसी मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्व में पटवारी अनिल मालवीय और समरथलाल जांगड़े को सेवा से बर्खास्त किया जा चुका था। कलेक्टर देवास द्वारा की गई इस बड़ी कार्यवाही के बाद राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया है जहां पहली बार एक साथ डेढ़ दर्जन पटवारियों को सेवा से पृथक किया गया है।
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