लोकसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बाद सपा अब बागी विधायकों से हिसाब चुकाना चाहती है।
उत्तर प्रदेश कौशांबी जिले में लोकसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बाद सपा अब बागी विधायकों से हिसाब चुकाना चाहती है। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने और लोकसभा में पार्टी के खिलाफ प्रचार करने वाले विधायकों की दल-बदल कानून के तहत सदस्यता रद्द करने के लिए पार्टी जल्द ही विधानसभा अध्यक्ष के सामने याचिका दायर करेगी। अगले महीने होने वाले विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले या सत्र के दौरान पार्टी यह प्रक्रिया आगे बढ़ा सकती है।
इसी साल फ़रवरी में राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 समाजवादी पार्टी के विधायकों पर भी तलवार लटक रही है इसमें से मनोज पाडेंय ऊंचाहार से राकेश पांडेय जलालपुर अभय सिंह गोसाईंगंज, राकेश प्रताप सिंह गौरीगंज, विनोद चतुर्वेदी कालपी और पूजा पाल चायल से विधायक हैं माना जा रहा है समाजवादी पार्टी इन सीटों पर पूरी तरीक़े से अपना दमख़म दिखाएंगी क्योंकि वह इन विधायकों को माफ़ करने के मूड में नहीं है अगर समाजवादी पार्टी इन बाग़ी विधायकों के ख़िलाफ़ अयोग्यता याचिका दायर करती है और विधानसभा अध्यक्ष उन्हें अयोग्य घोषित कर देते हैं तो यहां भी उपचुनाव कराना पड़ेगा।
हालांकि चुनाव के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि जनता इनका हिसाब करेगी लेकिन सपा अब इन विधायकों की सदस्यता ख़त्म कराने पर जोर देगी अब इन विधायकों की किस्मत का फैसला स्पीकर सतीश महाना के हाथ में है अगर इन सबकी विधायकी गई तो उपचुनाव होंगे लोकसभा चुनाव के परिणाम के आधार पर देखें तो इन सबके इलाके में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है।
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