समय से विद्यालय नहीं पहुंचते अध्यापक पढ़ाई हो रही है चौपट बच्चों का भविष्य हो रहा है अंधकारमय
उत्तर प्रदेश कौशांबी जनपद के कौशांबी विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत बेरौंचा मजरा सोनवारा में बने स्कूलों में अध्यापक समय से नहीं पहुंच रहे है जिससे पढ़ने वाले छात्र छात्राओं की पढ़ाई चौपट हो रही है। स्कूलों में तैनात सहायक अध्यापक बिना छुट्टी के गायब रहते हैं। इसके बाद भी इन अध्यापकों पर कोई कार्यवाही नहीं होती कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति होती है।
सरकार शिक्षा के प्रति सजग है और अध्यापकों के समय से पहुंचने के लिए ऑनलाइन अटेंडेंस की व्यवस्था कर रही थी जिसपर अध्यापकों ने धरना प्रदर्शन कर ऑनलाइन व्यवस्था को हटवा लिया है जिसका नतीजा आज देखने को मिल रहा है कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है। कौशाम्बी विकास खण्ड क्षेत्र के सोनवारा स्कूल में अध्यापक समय से नहीं पहुंच रहे हैं जबकि स्कूल खुलने का समय सुबह आठ बजे है इसके बाद भी अध्यापक दस बजे पहुंचते हैं ऎसा ही सोमवार को सोनवारा के स्कूल में देखने को मिला जहां तीन अध्यापक शिक्षामित्र सुधा देवी समय से स्कूल पहुंच गई थीं लेकिन प्रधानाध्यापक सुधीर रंजन साढ़े आठ बजे तक स्कूल में नहीं पहुंचे थे सहायक अध्यापक विजय शंकर, प्रभाष बिना छुट्टी के अनुपस्थित थे ग्रामीणों का कहना है कि जब समय से अध्यापक नहीं आते हैं तो बच्चे स्कूल में आकर लौट जाते हैं।
अध्यापकों ने ऑनलाइन अटेंडेंस को इसीलिए बहिष्कार किया है की गरीब के बच्चे न पढ़ सके और न ही नौकरी पा सके क्योंकि प्राथमिक विद्यालय और उच्च प्राथमिक विद्यालय में गरीबों के ही बच्चे पढ़ रहे हैं शायद परिषदीय विद्यालयों में अध्यापकों के भी बच्चे पढ़ते होते तो समय से पहुंचते और क्लास में खड़े होकर बच्चों को शिक्षा दे रहे होते।
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