संघर्षशील विद्यालयों को चिन्हित कर बनायें निपुण विद्यालय डीएम मधुसूदन हुल्गी
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले के जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी की अध्यक्षता में उदयन सभागार में निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत निपुण विद्यालय बनाये जाने की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद के खण्ड शिक्षाधिकारी, डायट मेन्टर, एसआरजी एवं एआरपी को निर्देशित किया कि संघर्षशील विद्यालयों की सूची के अनुसार योजना बनाकर निपुण विद्यालय बनाने में आ रही समस्याओं का निराकरण करते हुए सम्बन्धित प्रधानाध्यापकों को निर्धारित समयावधि में विद्यालयों को निपुण बनाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने विद्यालय प्रबन्ध समिति और पीटीएम की बैठकों को टारगेट करते हुए छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दियें। उन्होने कहा कि जिन विद्यालयों में स्मार्ट क्लास संचालित है, यह सुनिश्चित किया जाय कि स्मार्ट क्लास क्रियाशील रहें। अध्यापक टैबलेट का उपयोग करें एवं दीक्षा ऐप का अधिकाधिक प्रयोग करें।
जिलाधिकारी ने निपुण भारत की समीक्षा के दौरान कहा कि जनपद कौशाम्बी छोटा जनपद है, विद्यालयों की संख्या भी कम है, यह हमारे लिए एक सुनहरा अवसर है कि हम अपने जनपद के विद्यालयों को निपुण बनायें। इसके लिए सम्बन्धितों के साथ बैठक कर कार्ययोजना एवं रणनीति बनाकर कार्य किया जाय, जिससे हम अपने ब्लॉक एवं जनपद के विद्यालयों को निपुण बना सकें। अभिभावकों को भी जागरूक किया जाय, कि वे अपने बच्चों को स्कूल अवश्य भेजें। खण्ड शिक्षाधिकारी विद्यालयों का भ्रमण करते रहें, विशेषकर सर्वप्रथम संघर्षशील वाले विद्यालयों, उसके बाद मध्यम विद्यालयों एवं अन्त में सक्षम विद्यालयों का भ्रमण कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 रवि किशोर त्रिवेदी, डायट प्राचार्य निधि शुक्ला, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कमलेन्द्र कुमार कुशवाहा एवं राज्य परियोजना कार्यालय से शिवांगी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।
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