स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पति पत्नी दोनों लोग दोनों आंख के अंधे थे लेकिन देश आजाद कराने के लिए दोनों पति-पत्नी महात्मा गांधी के साथ देश को आजाद कराने में मौजूद थे।
उत्तर प्रदेश कौशांबी जिले में देश को आजाद कराने के लिए न जाने कितने वीर शहीद हो गए जिनका आज इतिहास गवाह है इसी क्रम में मंझनपुर तहसील क्षेत्र के वार्ड नंबर 19 रतनावली पुरम पुराना नाम बभन पुरवा मजरा बंधवा रजवर गांव निवासी मनोज कुमार पुत्र अशर्फीलाल के बाबा सुकुर लाल और आजी जसोदा देवी पति पत्नी दोनों लोग दोनों आंख के अंधे थे लेकिन देश आजाद कराने के लिए दोनों पति-पत्नी अंधे होते हुए भी महात्मा गांधी के साथ मौजूद रहे और देश को आजाद कराया आज उन्हीं के परिवार से पूर्ववर्ती हल्का कानूनगो अतुल तिवारी ने उसी परिवार से ₹50000 घूस लिया जो एक बहुत शर्मनाक घटना है कौशांबी के इतिहास में कौशांबी का जिन्होंने नाम उज्ज्वल किया आज उसी परिवार से जमीन नापने के लिए₹50000 घूस लिया गया और आवास दिलाने के लिए राजन बाबू लेखपाल ने अपने मुंशी रवि के द्वारा ₹8000 लिया जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी में अपना भरपूर योगदान दिया हो आज उस परिवार के लोगों से घूस लिया गया है तो ऐसे लोगों को चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए।
मामला यह है कि मनोज कुमार की आराजी संख्या 8/0.970 हेक्टेयर और आराजी संख्या 30/0.450 हेक्टेयर भूमि के सीमांकन हेतु वाद दाखिल किया था जिसमें न्यायालय द्वारा नियमानुसार कार्यवाही पूर्ण होकर एवं राजस्व निरीक्षक की सीमांकन आख्या 24 अगस्त 2023 व दिनांक 4 सितंबर 2023 में फील्ड बुक व नजरी नक्शा की पुष्टि की गई तथा पत्थर नसब हेतु तहसीलदार मंझनपुर को प्रेषित की गई और तहसीलदार द्वारा राजस्व निरीक्षक कानूनगो को पत्थर नसब करने हेतु आदेशित किया गया लेकिन पत्थर गढी करने के नाम पर राजस्व कानूनगो अतुल तिवारी ने वादी से₹50000 लेकर जमीन नापने के लिए कहा । वादी ने ₹50000 नगद दिया दे दिया लेकिन उक्त आदेश दिनांक 9 नवंबर 2023 का अनुपालन नहीं किया गया अतुल तिवारी कानूनगो के कार्यकाल का समय है। जब कानूनगो ने पत्थर गढी नहीं करवाया तो वादी ने अपना रुपया मांगने लगा । रुपए मांगने पर कानूनगो ने रुपया देने से इनकार कर दिया वादी ने लिखित तहरीर लेकर पूर्ववर्ती जिलाधिकारी के समक्ष पेश हुआ जिसमें 51 मिनट तक वार्तालाप हुआ जिसका साक्ष्य वीडियो मौजूद है।
अब सवाल यहां पर यह उठता है कि जब उप जिला अधिकारी मंझनपुर के द्वारा आदेश किया गया है कि वादी के जमीन को नाप कर पत्थर गढी करा दिया जाए तो राजस्व कानूनगो ने किस कारण से वादी से ₹50000 लिया इसका मतलब है कि कानूनगो का अपने वेतन से पेट नहीं भरा जा रहा है इसलिए गरीबों के खून को पी रहा है वादी की बात मानने योग्य तो नहीं थी लेकिन जब जनपद के जिला अधिकारी के चौखट पर मामला पहुंचा और उस समय हल्का लेखपाल राजन बाबू मौजूद थे और कहां की पत्थर गढी करा दिया गया है लेकिन आज तक पत्थर गढी नहीं हुआ यदि पत्थर गढी हुआ है तो कहां हुआ है इसका साक्ष्य प्रस्तुत किया जाए।
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