रात भर परिजन कोखराज थाना और टेढ़ी मोड़ चौकी का लगाते रहे चक्कर पुलिस वालों ने नहीं दी परिजनों को युवक की जानकारी।
उत्तर प्रदेश कौशांबी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र के कशिया पश्चिम गांव निवासिनी पुष्पा देवी पत्नी रंजीत दिवाकर आषाढ मास की गुरु पूर्णिमा के भंडारे में लगभग 15 लोगों के साथ झारकुंडी जनपद सतना मध्य प्रदेश में गया हुआ था कोखराज थाना क्षेत्र के पुलिस चौकी शहजाद पुर क्षेत्र के पास 22.7.2024 को दिन में दोपहर के समय एक महिला के साथ चोरी की घटना घटित हुई है जिसमें किसी महिला का एक जंजीर अज्ञात चोरों के द्वारा खींच लिया गया था जिस पर दो पुलिस कर्मी लाइन हाजिर हुए हैं।
आपको बताते चलें सीसी कैमरे में बड़े बाल वाले दिख रहे थे जब पुलिस के पास यह साक्ष्य है तो फिर पीड़िता के पति रंजीत कुमार को शुक्रवार के दिन शाम के समय लगभग 7:00 बजे क्यों उठा लाई फिर पुलिस ने जब शाम के समय लाई तो परिजनों को क्यों नहीं बताई और उठाने का रीजन क्यों नहीं बताई जब पुलिस चौकी ले गई पीड़िता का पति ने अपने फोन से 2 सेकंड के लिए अपने मां के पास लगाकर फोन करके सूचना दिया तो पीड़िता के परिजन कोखराज थाना पहुंचे के बाद वहां की पुलिस ने बताई कि शायद जाइए शहजाद पुर चौकी में हो वहां जाकर चौकी प्रभारी से पूछा गया तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया कि यहां पर रंजीत नाम का कोई व्यक्ति नहीं है जबकि चौकी प्रभारी सियाकांत चौरसिया ने स्वयं पकड़ कर ले गए और पीड़िता से झूठ बोल गए पीड़िता ने वहां से लौट कर फिर कोखराज थाना गई वहां का एक पुलिसकर्मी जिसका मोबाइल नंबर 80 0 551169 है दिया और कहा जाकर चौकी प्रभारी से हमसे बात करादो पुलिस कर्मी का मोबाइल नंबर लेकर चौकी पहुंची तभी चौकी में पूरे पुलिसकर्मी प्लास्टिक के गिलास में शराब निकाल कर पी रहे थे पीड़िता को देखकर गाली गलौज करने लगे और पीड़िता को धक्का देकर गिरा दिया जबकि पीड़िता 6 माह की गर्भवती है पीड़िता को चोट आने से पीड़िता उल्टी दस्त कर रही है।
गजब तो तब हो गया जब पुलिस चौकी के पुलिसकर्मी एक आकर कहता कि सो जाओ एक आकर कहता कपड़ा उतार कर सो जाओ एक आकर कहता है कि चारपाई पर सो जाओ एक कहता है पूरा कपड़ा उतार कर सो जाओ अब यहां पर यह नहीं समझ में आ रहा है कि कपड़ा उतारने के लिए क्यों कह रहे हैं क्या इन पुलिस कर्मियों का क्या उद्देश्य था जो पूरा कपड़ा उतारने को कह रहे थे परिजनों पर आरोप लगा रहे थे कि तुम लोग दारु पी के आए हो सच्चाई तो यह है की पीड़िता ने अपने आंख से स्वयं देखा की प्लास्टिक के गिलास में दारू निकाल कर सभी पुलिस कर्मी पी रहे थे पिता और पिता के परिजन हर तक कर अपने घर चले आए 1:00 बजे रात चौकी प्रभारी ने वीरता के पद के मोबाइल से फोन का पिता के साथ के पास फोन लगाकर कहा कि आकर ले जाओ चौकी प्रभारी के सूचना पर वीरता अपने परिजनों के साथ गई और अपने पद को घर लेकर आई और आप बीती अपने पत्नी से बताया।
जब पीड़िता चौकी प्रभारी के पास दो बार पूछने गई तो चौकी प्रभारी ने कहा था कि यहां पर कोई रंजीत नाम का व्यक्ति नहीं है तो क्या रंजीत को धरती निगल गई थी या आसमान खा गया था या चौकी प्रभारी ने स्वयं अपहरण कर लिया था जो परिजनों को नहीं बताया है जब पत्रकार वहां पर पहुंचे तो पत्रकारों से चौकी प्रभारी सिया कांत चौरसिया ने अभद्रता के साथ पेश आया जिसका साक्ष्य और वीडियो मौजूद है जिसकी रिकॉर्डिंग भी मौजूद है।
पीड़िता ने पुलिस महानिदेशक प्रयागराज, थानाध्यक्ष कोखराज, जिलाधिकारी कौशांबी, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, पुलिस अधीक्षक कौशांबी और पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज को आईजीआरएस के माध्यम से अवगत कराकर न्याय की गुहार लगाई है और दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
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