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चिराग पासवान का एलान: पासी-पासवान समाज के अधिकारों के लिए हर मोर्चे पर लड़ेंगे, सपा-बसपा पर साधा निशाना

चिराग पासवान का एलान: पासी-पासवान समाज के अधिकारों के लिए हर मोर्चे पर लड़ेंगे, सपा-बसपा पर साधा निशाना

रिपोर्टर अमित कुमार

कौशाम्बी- लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने गुरुवार को कौशाम्बी के मूरतगंज में आयोजित ‘वंचित समाज सम्मेलन’ में उत्तर प्रदेश की राजनीति को नया मोड़ देने का एलान किया। उन्होंने कहा कि उनके पिता, स्वर्गीय रामविलास पासवान ने जिस दलित और शोषित समाज के समरसता और समानता के सपने को संजोया था, उस सपने को वे हर हाल में पूरा करेंगे।

चिराग पासवान ने कहा कि रामविलास जी ने अपने पाँच दशक लंबे संघर्ष में लोजपा और दलित सेना के माध्यम से दलितों, शोषितों और वंचितों के अधिकारों के लिए जो लड़ाई लड़ी, वो अब उनकी ज़िम्मेदारी है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में दलित समाज की उपेक्षा पर गहरा दुःख जताते हुए कहा कि चाहे सपा की सरकार हो या बसपा की, पासी-पासवान और अन्य दलित वर्गों को केवल वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया गया। उनके साथ सिर्फ़ छल हुआ, जबकि लोजपा (रामविलास) का मकसद इन वर्गों को समाज की मुख्यधारा में शामिल कराना है।

  • पासी-पासवान समाज के योद्धाओं की विरासत पर गर्व

चिराग पासवान ने अपने भाषण में वीरांगना ऊदा देवी, राजा सुहेलदेव पासी, महाराज बिजली पासी और वीरशिरोमणि लाखन पासी जैसे योद्धाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि पासी-पासवान समाज के इतिहास में शौर्य और वीरता का एक सुनहरा अध्याय है। उन्होंने इस समाज के वीर पूर्वजों के सम्मान और उनकी स्मृतियों को संजोने के लिए किले और स्मारकों के संरक्षण की माँग की।

  • किले के जीर्णोद्धार की माँग, ठेकों की बंदी का प्रस्ताव

उन्होंने कहा कि महाराज बिजली पासी के किलों पर अनाधिकृत कब्जा हो चुका है और उनकी ऐतिहासिक धरोहर को सरकार नज़रअंदाज़ कर रही है। किलों की मरम्मत और उनके सही रखरखाव के लिए राज्य सरकार से तत्काल कदम उठाने की माँग की गई है। इसके साथ ही पासवान ने पासी समाज के गाँवों में खुले शराब के ठेकों को भी बंद कराने का आह्वान किया।

  • पासी-पासवान गठजोड़ के लिए नई रणनीति

चिराग पासवान ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में पासी-पासवान एवं दलित समाज का एक सशक्त गठजोड़ तैयार किया जाएगा, जो राज्य की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि लोजपा (रामविलास) राज्य के 103 विधानसभा क्षेत्रों में पासी-पासवान समाज की मजबूती से हक और अधिकारों की लड़ाई लड़ेगी।

  • आरक्षण और संविधान पर आघात नहीं सहेंगे

उन्होंने विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सपा, बसपा और काँग्रेस ने बार-बार दलितों को डराने का काम किया है। ये दल आरक्षण और संविधान को लेकर डर पैदा कर राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। चिराग पासवान ने दृढ़ता से कहा, “जब तक रामविलास पासवान का बेटा ज़िंदा है, तब तक आरक्षण और संविधान को कोई खतरा नहीं।”

  • आगामी चुनावों में लोजपा (रामविलास) का बिगुल

चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी की भी झलक दी। उन्होंने कहा कि लोजपा (रामविलास) का हर कार्यकर्ता गाँव-गाँव जाकर पासी-पासवान एवं वंचित समाज के अधिकारों की लड़ाई को और तेज़ करेगा। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि लोजपा (रामविलास) को फिर से उत्तर प्रदेश की हर पंचायत और प्रखंड तक फैलाए और वंचित समाज के असली प्रतिनिधि बनें। इस प्रकार चिराग पासवान ने अपने सम्बोधन में न सिर्फ़ दलित समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई, बल्कि उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों के लिए एक नई रणनीति का भी संकेत दिया।

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