Home » सूचना » जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय पोषण मिशन एवं ऑगनबाड़ी भवन केन्द्र निर्माण कार्यों की विस्तृत समीक्षा की

जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय पोषण मिशन एवं ऑगनबाड़ी भवन केन्द्र निर्माण कार्यों की विस्तृत समीक्षा की

जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता, ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग एवं सहायक अभियंता, नलकूप बिना किसी सूचना के बैठक में अनुपास्थित पाये जाने पर चेतावनी देते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के दियें निर्देश।

उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले में जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी द्वारा सम्राट उदयन सभागार में राष्ट्रीय पोषण मिशन एवं ऑगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने ऑगनबाडी भवनों के निर्माण कार्य के लिए नामित कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के अधिशासी अभियंता, श्री विपुल चन्द्रा बिना किसी सूचना के बैठक में अनुपास्थित पाये जाने पर चेतावनी जारी करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दियें। इसी प्रकार सहायक अभियंता, नलकूप श्री आशीष कुमार यादव के बिना किसी सूचना के बैठक में अनुपस्थित रहने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दियें।

बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद के सभी संघर्षशील ऑगनबाड़ी केन्द्रों को चिन्हित कर अभियान चलाकर निर्धारित पैरामीटर के तहत कायाकल्प के कार्य को कराये जाने के निर्देश दियें। इसके साथ ही उन्होंने कायाकल्प के कार्य को पूर्ण कराकर उसका फोटोग्राफ उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दियें। उन्हांने सभी विकास खण्डों में चिन्हित संघर्षशील ऑगनबाड़ी केन्द्रों का लगातार निरीक्षण कर बच्चां का वजन अपने सामने कराकर उसे रिकार्ड में दर्ज कराने के भी निर्देश दियें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ नियमित बैठक कर संघर्षशील ऑगनबाड़ी केन्द्रों को सामान्य श्रेणी में लायें। उन्हांने कहा कि मातृ मृत्युदर कम करने के लिए सभी लोगों को मिलकर गम्भीर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि एएनएम, आगनबाड़ी एवं आशा सभी लोग आपसी समन्वय बनाकर कार्य करेंगी, तभी मातृ मृत्युदर को कम किया जा सकता हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि जो ऑगनबाड़ी केन्द्र फिनीशिंग स्तर पर हैं, उनका कार्य तेजी से पूर्ण कराते हुए हैण्डओवर करायें। उन्हांने ऑगनबाड़ी भवनों के निर्माण कार्य की प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की, जिस पर जिला कर्यक्रम अधिकारी ने बताया कि 45 ऑगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कार्य शुरू हो गया हैं, जिस पर जिलाधिकारी ने सभी ऑगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं समयान्तर्गत पूर्ण कराये जाने के निर्देश दियें। जिलाधिकारी को जानकारी दी गई कि विकास खण्ड कौशाम्बी के रक्सराई एवं बैगवा में एक-एक आगनबाड़ी केन्द्र का निर्माण कार्य होना था, लेकिन हाइवे के चौड़ीकरण के कारण कार्य प्रारम्भ नहीं किया जा सका, जिस पर उन्होंने निकट ही कोई अन्य स्थान चिन्हित कर प्रस्ताव देने के लिए कहा। इसी प्रकार विकास खण्ड चायल के बलीपुर टाटा में रास्ते में पानी भरा होने के कारण कार्य प्रारम्भ नहीं हो पाया, जिस पर जिलाधिकारी ने जल निगम को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दियें।

जिलाधिकारी ने कहा कि हम सभी का यह लक्ष्य होना चाहिए-छोटे बच्चों की मृत्युदर कम करना सैम बच्चों को मैम में लाना मातृ मृत्युदर कम करना एवं बच्चों का पोषण। उन्होंने सीडीपीओ से कहा कि पोषण टै्रकर पर दर्ज उपस्थिति के सापेक्ष बच्चों की उपस्थिति कम पायी जाने पर कठोर कार्यवाही की जायेंगी, जो राशन बच्चों का है उन्हें समय से दिया जाय, इसमें किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता बर्दास्त नहीं की जायेंगी। इस सम्बन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में माह जुलाई 2024 तक जनपद में कुल 2264 सैम बच्चें चिन्हित किये गये है, चिन्हित सैम बच्चों के सापेक्ष माह अगस्त 2024 में 556 बच्चे स्वस्थ्य होकर सामान्य/मैम श्रेणी में आ गये हैं, शेष बच्चों को फॉलो-अप कराकर आवश्यक दवाईयॉ एवं खान-पान की सलाह दी गई हैं इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संजय कुमार एवं उप जिलाधिकारी मंझनपुर आकाश सिंह सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहें।

इसे भी पढ़ें यूपी के अमेठी में एक ही परिवार के चार लोगों की गोली मारकर निर्मम हत्या

7k Network

Leave a Comment

RELATED LATEST NEWS

Latest News