आर्य समाज एटा में आज वार्षिकोत्सव का शुभारंभ यज्ञ के साथ हुआ। सभी आर्य जनों ने मिलकर यज्ञ वेदी पर वैदिक मंत्रों के साथ यज्ञ किया। सभी यजमानों को संतों विद्वानों के द्वार आशीर्वाद प्रदान किया गया।
यज्ञ के बाद मुजफ्फरनगर से पधारे सुमधुर गायक सतीश मधुर जी द्वारा महर्षि का भजन ऐ ऋषि याद आया जमाना तेरा गाकर ऋषि की महिमा का वखान किया गया। पलवल से पधारे प्रसिद्ध भजन गायक प्रमोद आर्य ने अपने भजनों में ईश्वर की महिमा का वर्णन किया।
आर्ष गुरुकुल एटा के कुलसचिव आचार्य वागीश जी ने अपने वक्तव्य में बताया जो जीवन में हम सभी के द्वारा जो भी पुरुषार्थ किया जाता वही हमारे सुख दुख का कारण बनता। हम सभी सफलता में सुख खोजते या सुकून में सफलता यह हमारी सोच पर निर्भर करता। व्यक्ति को जीवन में कोई भी कार्य यह ध्यान में रखकर करना चाहिए कि हमारे किए कार्य में किसी का दुख निहित न हो। हमारे कार्यों द्वारा कोई दुखी न हो।
कासगंज से पधारे सुकांत आर्य जी द्वारा सुमधुर संगीत के साथ ऋषि की कहानी सभी को सुनाई।
कार्यक्रम में आर्य समाज के प्रधान देवमुनि, मंत्री प्रताप सिंह वर्मा, महिला समाज की प्रधान अरुषि शर्मा, मंत्री विमला आर्या, उर्मिला आर्या, सुषमा शास्त्री, माधुरी, आशा गुप्ता, विमलेश गुप्ता, अशोक शास्त्री, आर्येंद्र देव आर्य, अजब सिंह, वरुण आर्य, प्रियंबदा, ऋतंभरा, वैद्य महेंद्र कुमार, विकास, केशव आदि लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन सुरेश चंद्र शास्त्री द्वारा किया गया।
जिला संवाददाता अमित चौहान
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