आखिर कौन है दुनिया को रचने वाला? किसने रचाई ये सारी दुनिया देखें प्रमाण
दुनिया की उत्पत्ति और उसका रचयिता हमेशा से ही मानव जीवन का एक रहस्यमय प्रश्न रहा है। धर्म और अध्यात्म के क्षेत्र में इस प्रश्न को लेकर कई विचार और मान्यताएँ सामने आती रही हैं। संत रामपाल जी महाराज ने इस प्रश्न का गहराई से उत्तर देते हुए धार्मिक ग्रंथों और प्रमाणों के आधार पर यह स्पष्ट किया है कि इस सृष्टि का रचयिता कोई और नहीं, बल्कि “कबीर साहेब” हैं।
संत रामपाल जी महाराज का कहना है कि “कबीर साहेब” ही परमात्मा हैं, जिन्होंने इस पूरी सृष्टि की रचना की। वे कहते हैं कि यह बात वेद, गीता, बाइबिल, कुरान और अन्य धार्मिक ग्रंथों में स्पष्ट रूप से लिखी गई है। उन्होंने बताया कि गीता अध्याय 15 के श्लोक 16-17 में “दो पुरुषों” का उल्लेख है—क्षर और अक्षर। लेकिन इन दोनों से परे एक और परम पुरुष है, जो इन सभी का वास्तविक रचयिता है। यही “परम पुरुष” कबीर साहेब हैं।
संत रामपाल जी महाराज ने अपने प्रवचनों में अनेक प्रमाण प्रस्तुत किए हैं। वे बताते हैं कि पवित्र वेदों में “कविर्देव” नाम से परमात्मा का वर्णन है, जो “कबीर” हैं। इसके अतिरिक्त, बाइबिल में लिखा है कि परमात्मा ने छह दिनों में सृष्टि की रचना की और सातवें दिन आराम किया। कुरान शरीफ में भी अल्लाह के बारे में कहा गया है कि वह “अर्ज़ और आसमान” का मालिक है।
संत रामपाल जी महाराज के अनुसार, मानव जाति को यह समझने की आवश्यकता है कि हम जिस भगवान की पूजा कर रहे हैं, वह सृष्टि के रचयिता कबीर साहेब नहीं हैं, बल्कि काल (काल पुरुष) हैं, जो हमें अपने चक्रव्यूह में फंसाकर कष्ट दे रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर मनुष्य सही भक्ति करेगा, जैसा कि धार्मिक ग्रंथों में लिखा गया है, तो वह जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्त हो सकता है।
संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य है कि लोग धार्मिक ग्रंथों के प्रमाणों के आधार पर सत्य को पहचानें और अपने जीवन को सुखी और शांतिपूर्ण बनाएं। उनके अनुसार, सही गुरु से दीक्षा लेने और सच्ची भक्ति करने से मनुष्य अपने लक्ष्य, यानी मोक्ष, को प्राप्त कर सकता है।
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