फलावदा में सड़क पर भ्रष्टाचार.. प्रशासन बेखबर? खनन का खेल.. सिस्टम फेल, खनन माफियाओं के आगे प्रशासन का सरेंडर।
- खनन माफियाओं का कहना दम है तो कोई रोक कर दिखाए खनन
फलावदा: प्रभावशाली राजनीतिक संरक्षण प्राप्त अवैध खनन माफिया के सामने खनन विभाग और राजस्व विभाग लाचार नजर आ रहा है। राजनीतिक संरक्षण है बड़ा कारण
देश के विभिन्न हिस्सों में अवैध खनन नहीं रुकने के पीछे प्रमुख कारण है खनन माफिया को मिलने वाला राजनीतिक संरक्षण। साथ ही खनन रोकने के लिए जिम्मेदार सरकारी अमले और खनन माफिया का आपसी गठजोड़ भी इसकी वजह है। इन दोनों से मुक्ति पाए बिना अवैध खनन को रोकना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन भी है । सरकार को लाखो करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है खनन का खेल सिस्टम फेल जनता का कहना प्रशासन की नाक के नीचे कैसे हो रहा है अवैध खनन दिन हो या रात ऐसे ही परिवहन जेसीबी डंपर अवैध रूप से चलते रहते है जब बात आती है कारवाई की तो कुछ दिन के लिए खनन रोक दिया जाता है मंदवाडी और गुडाम में धरती का सीना चीर रहे खनन माफिया ऐसे में प्रशासन मोन है सूत्रों का कहना है कि ऐसा लगता है जैसे प्रशासन ने खनन माफिया के आगे सरेंडर ही कर दिया हो फलावदा में हर दिन ट्रॉली डंपर की सहायता से खनन किया जाता है और ये सब दिन के उजाले में हो या रात के अंधेरे में कोई फर्क नही पड़ता। पुलिस और कानून क्या होता मानो जैसे ये माफिया जानते ही ना हो। एसडीएम मवाना को फोन किया किसी कारण फोन रिसीव नही हुआ उनके स्टेनो अरुण से बात हुई अरुण का कहना ये है एसडीएम साहब के संज्ञान में सारा मामला डाल रहा हूं। उनका कहना है कि अगर अवैध खनन चल रहा है तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त करवाई की जाएगी।
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