महाकुंभ के भगदड़ में 30 श्रद्धालुओ को हुई मौत-विजय किरन आनंद मेला अधिकारी सीएम योगी ने महाकुंभ दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की
उत्तर प्रदेश प्रयागराज महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के पर्व पर हुई भगदड़ का मामला मेला अधिकारी विजय किरन आनंद और डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने की प्रेस ब्रीफिंग बताया कि ब्रह्म मुहूर्त में श्रद्धालुओं की भीड़ संगम नोज की तरफ बढ़ गई थी रात 1:00 बजे से 2:00 बजे के बीच भीड़ बढ़ने लगी थी अखाड़े के कुछ बेनिफिट तोड़कर श्रृद्धालु नीचे जमीन पर सो रहे थे उनके ऊपर दूसरे श्रृद्धालु अफरा तफरी में चढ़ गए जिससे नीचे सोए हुए श्रृद्धालु कुचल गए।
तत्काल ग्रीन कॉरिडोर बनाया और एंबुलेंस के माध्यम से लगभग 90 घायलों को अस्पताल में पहुंचा गया लेकिन इसमें से दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से 30 श्रृद्धालुओं की मौत हो गई अभी पांच मृतकों की पहचान की जानी है कर्नाटक के चार, असम के एक गुजरात के एक श्रृद्धालु शामिल है 36 घायलों का इलाज मेडिकल कॉलेज के एस आर एन अस्पताल में चल रहा है कुछ घायलों को लेकर परिजन घर चले गए हैं मेला प्रशासन की ओर से श्रृद्धालुओं की ओर से हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है इस नंबर पर घायलों के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकती है
डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण के मुताबिक महाकुम्भ मेले में स्थिति सामान्य है सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा सभी शंकराचार्यों, महामंडलेश्वरों और अखाड़ों से वार्ता कर आग्रह किया गया है कि सभी इस अमृत स्नान के भागीदार बनें इसके बाद पूज्य शंकराचार्यों और अखाड़ों के द्वारा श्रृद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए अमृत स्नान किया गया है अमृत स्नान सकुशल संपन्न कराया गया।
मौनी अमावस्या पर शासन ने सख्त निर्देश दिए थे कि कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा
आगे भी जो मुख्य स्नान पर्व हैं उसमें कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने मृतकों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है उन्होंने कहा है कि अब प्राथमिकता है जो लोग महाकुम्भ मेले में आए हैं उन्हें स्नान कराकर सकुशल वापस भेजना है।