*ससुरालयों ने पुत्र से मारपीट कर तोड़ दिए थे हाथ पैर, 8 माह इलाज के बाद हुई मौत, पिता ने बताया नहीं हुई कोई सुनवाई*
मेरठ के बहसूमा थाना क्षेत्र बहसूमा के अंतर्गत ग्राम सैफपुर फिरोजपुर रामराज में रहने वाले भगत सिंह चौहान ने बताया कि सैफपुर फिरोजपुर में वह लगभग 40 वर्षों से रह रहे हैं। गांव में रहकर वह अपने बच्चों का पालन पोषण कर रहे हैं ।भगत सिंह के चार बच्चे हैं। चारों की शादी हो चुकी है। 2 लड़कियां 2 लड़के हैं। छोटे लड़के की मृत्यु बीमारी के चलते कुछ वर्षों पहले हो चुकी है। छोटे लड़के की मृत्यु के बाद बड़ा लड़का ही सारा घर का काम देखाता था।भगत सिंह ने बताया कि 4 अगस्त 2024 को बड़े लड़के अरविंद कुमार के ससुराल वाले घर पर आकर मारपीट कर मरणासन्न हालत में छोड़कर भाग गए थे। भगत सिंह ने बताया कि लड़के को सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां पर उसकी एक हाथ और एक पैर में गंभीर चोटे आई।सर में 18 टांके आए थे।उसके बाद उसका इलाज लगभग 8 माह तक चला। भगत सिंह ने बताया कि इसकी सूचना बहसूमा पुलिस को भी दी गई थी परंतु मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई उल्टा मुझे ही दोषी ठराया गया।8 माह इलाज के बाद 11 फरवरी 2025 को मेरे पुत्र अरविंद कुमार की मृत्यु हो चुकी है।लेकिन पुलिस प्रशासन ने मेरी कोई सुनवाई नहीं की।अरविंद के ससुराल पक्ष वाले मुझे आए दिन डराते,धमकाते हैं।मैं प्रशासन से यही कहना चाहता हूं मेरी मदद की जाए और जिन्होंने मेरे पुत्र के साथ मारपीट की है जिसके कारण मेरे पुत्र की मृत्यु हुई है उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
संवाददाता मेरठ बहसूमा