मवाना शुगर वर्क्स के स्टाफ क्लब में किसान गोष्ठी का आयोजन
मवाना शुगर वर्क्स, मवाना के स्टाफ क्लब में शनिवार को किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया ।,
जिसमें चीनी मिल के प्रबंध तन्त्र ने गन्ना किसानों के समक्ष चुनौतियों एवं चीनी उद्योग के वर्तमान परिदृश्य की विस्तार से जानकारी दी गई। मवाना चीनी मिल के वरिष्ठ महाप्रबंधक (गन्ना एवं प्रशासन) प्रमोद बालियान ने कहा कि गन्ना किसान एवं चीनी उद्योग दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और किसी भी एक के बगैर दूसरे के अस्तित्व की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। मवाना चीनी मिल के विभागाध्यक्ष (गन्ना) अभिषेक श्रीवास्तव ने किसानो को गन्ना विकास कार्य योजना के बारे में बताते हुए कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए गन्ना विकास कार्यक्रम 2025 की रूपरेखा तैयार की है, जिसमें उत्तम गन्ना खेती के लिए किसान गोष्ठियों, प्रचार वाहनों, नुक्कड़ नाटकों का मंचन, रैली एवं अन्य प्रचार माध्यमों से सभी किसानों को जागरूक करने का लक्ष्य बनाया गया है। मुख्य अतिथि मवाना गन्ना समिति के चेयरमैन विनोद भाटी ने किसान गोष्ठी का उदघाटन कर मवाना चीनी मिल के इस प्रयास की सराहना की। गोष्ठी का संचालन करते हुए चीनी मिल के उप महाप्रबंधक (गन्ना) हरिओम शर्मा ने किया। उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद् के पूर्व कीट वैज्ञानिक डा.मैनेजर सिंह ने कहा कि कृषक हित में यह समयानुकूल है कि विभिन्न संचार माध्यमों से आगामी बसंतकालीन गन्ना बुवाई के लिए आवश्यक कदम उठाये जाए, जिनमें प्रजातीय बदलाव प्रमुख है। आज की परिस्थितियों को समझते हुए तथा भविष्य की तैयारी को ध्यान में रखकर प्रजातीय बदलाव को अपनाएं एवं को0-0238 प्रजाति को अब अलविदा कहें। उत्तम गन्ना खेती के चार मुख्य आधार प्रजातीय बदलाव, फसल सुरक्षा, बीज उपचार एवं भूमि उपचार सम्मिलित है। कृषकों को अब अन्य नई स्वीकृत गन्ना प्रजातियों जैसे को0-0118 एवं को0-15023 द्वारा विस्थापित किया जाना अत्यंत आवश्यक है।