Home » क्राइम » मजदूरों के हक पर डाका डाल रहे हैं वन विभाग के अफ़सर डीएम से शिकायत

मजदूरों के हक पर डाका डाल रहे हैं वन विभाग के अफ़सर डीएम से शिकायत

मजदूरों से काम करवाने के बाद उनकी मजदूरी नहीं देते हैं जिससे मजदूरों के सामने 2 जून की रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जनपद में वन विभाग के मजदूरों के हक में डाका डालने का खेल बहुत पुराना है पुरानी परंपरा के अनुसार वन विभाग के नए अफसर भी चल पड़ते हैं और मजदूरों से काम करवाने के बाद उनकी मजदूरी नहीं देते हैं जिससे मजदूरों के सामने 2 जून की रोटी का संकट खड़ा हो जाता है इसी तरह का एक मामला इन दिनों फिर सुर्खियों में है और मामले की शिकायत 27 जनवरी को जिलाधिकारी से हुई थी लेकिन जांच के नाम पर विभागीय अफसर ने पूरे मामले में लीपा पोती कर दी जिस पर फिर 27 फरवरी को जिलाधिकारी से मामले की शिकायत हुई है अब सवाल उठता है कि मजदूरों की रकम डकार जाने वाले अफसर मजदूरों को वापस रकम देते हैं या फिर जांच के नाम पर फिर लीपापोती होती है यह सवाल खड़ा है वन विभाग मंझनपुर रेंज में वाचर के पद पर तैनात धीरेंद्र सिंह पुत्र भानु सिंह निवासी सरसवा थाना महेवाघाट ने जिला अधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि वर्ष 2024 में 11 मजदूरों को वन विभाग में लगा करके राज कैथवाल रेंजर मंझनपुर के निर्देश पर विभाग में पौधरोपण कराया था जिनकी मजदूरी 67 हजार 200 बनी थी लेकिन केवल 23 हजार रुपया मजदूरों को मजदूरी दी गई है 39 हजार 200 अभी तक मजदूरों को मजदूरी नहीं दी गई है पौधों की निराई गुड़ाई में 10 हजार मजदूरी की रकम में अभी तक रेंजर ने कोई रकम नहीं दिया उनका कहना है कि रेंजर के कहने पर दूसरे के नलकूप से सरकारी पौध की सिंचाई कराई गई है 5000 रुपए सिंचाई का पैसा रेंजर ने नहीं दिया इसके साथ-साथ मेरे 6 महीने के वेतन का 35 हजार 820 रुपए के बदले मुझे 11 हजार 900 दो महीने का वेतन दिया गया है 23 हजार 920 वेतन भी बकाया है वन विभाग मंझनपुर के रेंजर राज कैथवाल के ऊपर 78 हजार 120 बकाया दिलाए जाने की मांग शिकायती पत्र के माध्यम से धीरेंद्र ने डीएम से की है उनका कहना है कि मजदूर मुझसे मजदूरी मांगते हैं।

सिंचाई करने वाला मुझसे सिंचाई मांगता है निराई गुड़ाई करने वाले मजदूर मुझसे अपनी मजदूरी की बकाया रकम मांगते हैं इसके अलावा भी तमाम मजदूर की रकम में घोटाला हेरा फेरी करने का आरोप रेंजर पर लगाया है शिकायतकर्ता का कहना है कि इसके पहले के वर्ष में भी मजदूरों की रकम में घोटाला हेरा फेरी हुई है जिससे वाचर के सामने समस्या खड़ी है कि वह मजदूरों की रकम को भुगतान अपने निजी जेब से कैसे करें रेंजर के वेतन से कटौती करके मजदूरों का बकाया भुगतान दिलाए जाने की मांग बाचर ने की है आरोप लगाया गया है कि मजदूरों की मजदूरी की रकम सरकारी खजाने से रेंजर ने निकाल लिया है और गबन घोटाला किया है 78 हजार 120 बकाया के मामले के उच्च स्तरीय जांच करते हुए सरकारी खजाने से रकम निकालकर गबन घोटाला करने वाले मंझनपुर रेंजर राज कैथवाल के कारनामे पर मुकदमा दर्ज कराए जाने की मांग के साथ- साथ मजदूरों की रकम में घोटाला करने वाले मंझनपुर रेंजर की गिरफ्तारी कराए जाने और मंझनपुर रेंजर को निलंबित किए जाने घोटाला करने वाले रेंजर मंझनपुर के वेतन से मजदूरों की रकम की रिकवरी करा कर मजदूरों की बकाया रकम दिलाए जाने की मांग की गई है।

इसे भी पढ़ें ओवरलोड गाड़ियों का आतंक

7k Network

Leave a Comment

RELATED LATEST NEWS