कमिश्नर के दौरे की सूचना मिलते ही सफाई कर्मियों को लगाकर सरकारी अभिलेखों को किया आग के हवाले
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जनपद के मंझनपुर ब्लाक में एक अनोखी घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। दरअसल, उपमुख्यमंत्री के गृह जनपद में कल कमिश्नर के दौरे की सूचना मिलते ही आज सफाई कर्मियों को लगाकर सरकारी अभिलेखों को आग के हवाले कर दिया गया। यह सब उस समय किया गया जब मनरेगा योजना के तहत बड़े घोटालों के खुलासे का खतरा मंडरा रहा था। इसके पहले विकासखंड कार्यालय कड़ा और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सहित कई कार्यालय के अभिलेख भी जलाए जा चुके हैं।
स्थानीय निवासी और प्रशासनिक सूत्र यह दावा कर रहे हैं कि इससे पहले भी इस विकास खंड में मनरेगा के तहत करोड़ों रुपये के घोटाले हुए हैं, जिनकी जांच होनी थी। अब इन अभिलेखों के जलने के बाद समस्त सबूत और आकड़ें धुएं में उड़ गए हैं। क्या यह महज एक संयोग है या सोची-समझी साजिश? यह सवाल सभी के मन में है। हालांकि ब्लॉक के कर्मचारी डंडा लेकर उलट पलट के अभिलेखों को जलाते हुए देखे गए हैं बताया जाता है कि सरकारी कार्यालय के अभिलेखों को कार्यालय के बाहर निकाल करके पेट्रोल डाल करके आग लगाकर जलाया गया है स्थानीय लोगों ने इसे घोटालों को छुपाने की कोशिश बताया है। अब जब तक जनता और मीडिया इस मुद्दे को हवा नहीं देते, तब तक इन घोटालों की सच्चाई बेनकाब होना मुश्किल है कौशांबी की यह घटना प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है और भविष्य में जनहित को प्रभावित करने की आशंका को जन्म देती है।
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