रायबरेली: फिजियो थेरेपी में तैनात आलोक नाम के डाक्टर का विडियो बताया जा रहा है यदि आप जिला अस्पताल में डाक्टर के पद पर तैनात है तो ये आपके लिए खुशी की बात है आप आइये गुटखा खाकर थूंकिये और कुर्सी पर सोकर चले जाइए!और यदि मरीज या तीमारदार हैं तो सम्भल कर डाक्टर साहब के कमरे में जाइयेगा क्योंकि यदि डाक्टर साहब की नींद खराब हो गई तो इलाज भले ही ना हो पर फटकार लग सकती है।
जी हां यह कोई कहानी नहीं बल्कि एक कड़वा सत्य है सूबे के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भले ही प्रदेश की की स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त व बेहतर बनाने का दावा का दावा करें किन्तु जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। विदित हो की कुछ ऐसी ही एक तस्वीर जिला अस्पताल से सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है जो की जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को सवालों के घेरे में खड़ा करती है।
जिला अस्पताल के फिजियो थेरेपी डिपार्टमेंट से एक तस्वीर सामने आरही है जिसमे फिजियोथैरेपी डॉक्टर आलोक बाजपाई अपने चेंबर में सरकारी कुर्सी पर बैठे मस्त नींद ले रहे हैं। कूलर की ठंडी ठंडी हवा में लेते डॉक्टर आलोक बाजपाई आराम करते समय यह भूल गए की बाहर बैठे मरीज उनका इंतजार कर रहे हैं। मरीज इंतजार करते रहे और डॉक्टर साहब सपनों की नींद लेते रहे। डॉक्टर आलोक बाजपाई पर इससे पहले भी ड्यूटी पर गुटखा व पान खाकर मनमानी करने का आरोप भी लग चुका है। खास बात यह की इस पर जिम्मेदार अधिकारी मौन धारण कर बैठे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि जिले के जिम्मेदार अधिकारी व प्रदेश के डिप्टी सीएम ऐसे आराम फरमाने की कला में माहिर डाक्टरों पर कार्यवाही करेंगे या फिर जिला अस्पताल के डाक्टरों का कार्यालय आराम का अड्डा बना रहेगा .?
रिपोर्टर शिवम मिश्रा