अजब गजब आदेश कौशांबी के आइ ए एस जिलाधिकारी द्वारा पीड़िता महिला के घर की घरौनी में दर्शाए गए गलत चौहद्दी का संसोधन के लिए थाना प्रभारी को दिया आदेश
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जनपद में अजब गजब आदेश, कौशांबी के आइ ए एस जिलाधिकारी द्वारा पीड़ित महिला के घर की घरौनी में दर्शाए गए पश्चिम और दक्षिण की गलत चौहद्दी संसोधन के लिए एस एच ओ सराय अकिल को दिया आदेश आई ए एस जिलाधिकारी कौशांबी द्वारा पीड़ित महिला के घर की घरौनी में दर्शाए गए गलत चौहद्दी के संसोधन का अजब गजब आदेश एस एच ओ सराय अकिल को दिया गया है जबकि पुलिस विभाग सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए होती हैं आज तक जमीन और राजस्व के हर मामले में तहसील उपजिलाधिकारी को यह न्यायिक अधिकार दिया जाता रहा है मगर कौशांबी में यह आश्चर्यजनक आदेश अब थाने को दिया जा रहा है जो जिले के बड़े अधिकारी जिला मजिस्ट्रेट के द्वारा की गई चूक और न्याय की कलम पर सवाल उत्पन करता है।
बहुत बड़ा सवाल उठता है की आज कौशांबी के आई ए एस जिलाधिकारी द्वारा घरौनी में पश्चिम और दक्षिण की गलत चौहद्दी को संसोधन का कार्य जो राजस्व विभाग उपजिलाधिकारी द्वारा लेखपाल तहसीलदार कानूनगो नायब तहसीलदार आदि द्वारा जांच व प्रमाणित करके सत्यता के आधार पर संशोधित किया जाना है उसके संसोधन का आदेश एस एच ओ सराय अकिल को दिया है।
सबसे बड़ा सवाल यह उठता है की आजकल घरौनी बनाने और घरौनी चौहद्दी संसोधन का कार्य थाने से कब से किया जाने लगा है आश्चर्य है जबकि लेखपाल द्वारा पूर्व चौहद्दी की जांच पड़ताल के बाद उपजिलाधिकारी द्वारा अवलोकित प्रमाणित राजस्व आख्या, साथ ही कई राजस्व आख्या व पूर्व जिलाधिकारी महोदय मनीष कुमार के आदेश में जिला प्रशासन के द्वारा पीड़ित के घर में अभियुक्तगणों भूमाफिया का अतिक्रमण हटवाकर प्रकरण का साक्ष्यों के आधार पर निस्तारण किया गया था इसके बावजूद व न्यूज चैनल पेपर आदि की खबर गवाह माननीय मुख्यमंत्री जी सचिव लखनऊ के आदेश पर लगी आख्या और तमाम जांचों साक्ष्यों के बाद भी आज पूर्व के निस्तारण और अनेक जांच आख्यायों को ताक पर रखने व गलती करने वाले लेखपाल द्वारा आज चंद पैसे के लिए किसी की जमीन में विपक्षीगणों के घर बैठकर सभी साक्ष्यों न्यूज चैनल पेपर आदि की खबर गवाह आदि के बावजूद बड़ा खेल किया जाता है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जाता है और उच्चाधिकारियों को गुमराह किया जाता है लेखपाल द्वारा सारे साक्ष्यों सही नजरी नक्शा लेने जांच पर जांच करने के बाद भी महिला पीड़ित अधिवक्ता के पश्चिम और दक्षिण की गलत चौहद्दी वाली घरौनी बनवा डाला आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गयी या लेखपाल द्वारा अभियुक्तगणों से सांठगांठ करके चंद पैसे के लिए खेला किया गया है और पीड़ित उत्पीड़ित व्यथित कमजोर लाचार व्यक्ति न्याय के लिए दर बदर भटकते हुए आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाता है या अभियुक्तगणों विपक्षियों के द्वारा हत्या का शिकार हो जाता है क्योंकि वर्तमान लेखपाल का गांव में ही रिश्तेदारी है और अभियुक्तगणों के घर काफी आना जाना है और जब इसकी शिकायत व संशोधित सही घरौनी देने के लिए पीड़ित ने जिलाधिकारी महोदय से प्रार्थना पत्र देकर निवेदन किया तो श्रीमान आइ ए एस जिलाधिकारी द्वारा संशोधन का आदेश एस एच ओ सराय आकिल को दिया गया।
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