विकसित भारत की संकल्पना पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन
विकसित भारत की संकल्पना व डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाई गई
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जनपद के करारी कस्बा स्थित रिज़वी कॉलेज ऑफ लॉ में सोमवार को विकसित भारत की संकल्पना पर भाषण प्रतियोगिता और डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाई गई। इस दौरान एल एल बी चौथे सेमेस्टर के छात्र मंजीत कुमार प्रथम स्थान तो दूसरे सेमेस्टर के छात्र अनुज कुमार ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। रिज़वी कॉलेज ऑफ लॉ के प्राचार्य मोहम्मद ज़फ़र ने छात्र छात्राओं को विकसित भारत संकल्पना के विषय में विस्तृत जानकारी दी।
सोमवार को करारी कस्बा स्थित रिज़वी कॉलेज ऑफ लॉ में विकसित भारत संकल्पना पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन व संविधान के जनक बाबा भीमराव अम्बेडकर का जन्मदिन मनाया गया। विद्यालय के छात्र छात्राओं ने भारतीय संविधान के जनक डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती हर्षोल्लाह के साथ मनाया।इस दौरान रिज़वी कॉलेज ऑफ लॉ के प्राचार्य मोहम्मद ज़फ़र ने डॉ. अम्बेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए अपने संबोधन में कहा कि डॉ. अम्बेडकर का जन्म 1891 में मध्य प्रदेश के महू में हुआ।उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित करने के साथ साथ अछूतों के अधिकारों के लिए भी काम किया। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।वह प्रसिद्ध विधिवेक्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, लेखक और समाज सुधारक थे। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। और देश के पहले कानून एवं न्याय मंत्री बने।मरणोपरांत उन्हें भारत सरकार ने भारत रत्न से सम्मानित किया।भीम राव अम्बेडकर जयंती उनके जीवन और कार्यों को याद करने और उनके आदर्शों को प्रोत्साहित करने का अवसर है।
इसके बाद रिज़वी कॉलेज ऑफ लॉ के छात्र छात्राओं ने विकसित भारत संकल्पना पर भाषण प्रतियोगिता किया। इस प्रतियोगिता में दर्जनों छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया।प्रतियोगिता में एल एल बी चौथे सेमेस्टर के छात्र मंजीत कुमार प्रथम स्थान हासिल किया तो दूसरे सेमेस्टर के छात्र अनुज कुमार ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। प्राचार्य मोहम्मद ज़फ़र ने आर्थिक विकास,सामाजिक न्याय, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और राजनीतिक स्थिरता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विकसित भारत की संकल्पना एक ऐसी दृष्टि है जिसमें भारत को एक समृद्ध, शक्तिशाली और आत्म निर्भर राष्ट्र के रूप में देखा जाता है। यह संकल्पना भारत के नागरिकों के लिए बेहतर जीवन स्तर, आर्थिक समृद्धि, सामाजिक न्याय और राजनीतिक स्थिरता की कल्पना करती है। विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए सरकार और नागरिकों को मिलकर काम करना होगा। इसमें नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने, संसाधनों का उपयोग करने और सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाता है। इस मौके पर कार्यक्रम संचालक ज़किया सुल्ताना, संगीता कपाड़िया मनीष पांडेय अंजुम आरा सहित दर्जनों छात्र छात्राऐ मौजूद रहे।