सहारनपुर: आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर पर हमला करने वाले चार युवकों को सहारनपुर पुलिस ने हरियाणा के अंबाला से गिरफ्तार कर लिया है। सहारनपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि चारों युवक अंबाला कोर्ट में सरेंडर करने जा रहे हैं। जिसके बाद हरियाणा में डेरा जमाए बैठी सहारनपुर पुलिस टीम ने चारों को गिरफ्तार कर लिया है। अब उन्हें सहारनपुर लाया जा रहा है। पूछताछ के बाद ही इस मामले में एसएसपी खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीडिया को जानकारी देंगे।
देवबंद में युवकों ने किया था हमला
दरअसल, गत बुधवार को आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर पर देवबंद में कुछ युवकों ने चार से पांच राउंड गोली चला कर हमला किया था। जिसमें एक गोली चंद्रशेखर के पेट को छूकर निकल गई थी। उन्हें जिला अस्पताल में दो दिन भर्ती रखने के बाद छुट्टी दे दी थी। पुलिस ने इस मामले में चंद्रशेखर के भाई की तरफ से अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
एसएसपी ने पांच टीमों को लगाया था
एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि इस मामले का राजफाश करने के लिए पांच टीमें लगाई गई थी। शुक्रवार की देर रात पुलिस को सूचना मिली कि चारों युवक हरियाणा के अंबाला कोर्ट में सरेंडर करने वाले हैं। जिसके बाद एसएसपी ने रात में ही अंबाला कोर्ट के बाहर सिविल वर्दी में पुलिस को लगा दिया था। शनिवार की सुबह जब वह सरेंडर करने कोर्ट जा रहे थे तो चारों को गिरफ्तार कर लिया। जिनके नाम लविश, आकाश और पोपट हैं। यह तीनों युवक रणखंडी गांव के रहने वाले हैं। वहीं एक युवक हरियाणा के करनाल के गांव गोंदर का रहने वाला है। अब इनसे पूछताछ के बाद ही पुलिस राजफाश करेगी।
राजपूतों ने भरी हुंकार, बोले महक सिंह पर हो एफआईआर
उधर, क्षत्रिय राजपूत महासभा के महासचिव घनश्याम सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि राजपूत समाज के बारे में अपशब्द कहने वाले भीम आर्मी के पदाधिकारी महक सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। यदि एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो उसके खिलाफ राजपूत समाज बड़ा आंदोलन करेगा। बता दें कि भीम आर्मी के पदाधिकारी महक सिंह ने मीडिया के सामने राजपूत समाज को अपशब्द कहे थे। जिससे राजपूत समाज नाराज है। वहीं राजपूत समाज ने रुड़की कोतवाली पर भी धरना दिया हुआ है।
हालांकि महक सिंह ने अपशब्द कहने के बाद माफी भी मांग चुके हैं, लेकिन राजपूत समाज कानूनी कार्रवाई पर पड़ा हुआ है। राजपूत समाज का कहना है कि यदि युवकों ने कानून हाथ में लिया है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
लवीश ने जेलर पर भी चलाई थी गोली
हरियाणा के अंबाला कोर्ट में सरेंडर करने जा रहे चार युवकों में एक लविश नाम का युवक भी है लविश ने उत्तराखंड के किसी जेलर पर भी गोली चलाई थी और करीब एक साल बाद वह 15 दिन पहले ही जमानत पर बाहर आया था। जमानत पर बाहर आने के बाद ही लविश और उसके साथियों ने चंद्रशेखर पर हमला किया है।
नाम कमाने के लिए दिया वारदात को अंजाम
हरियाणा से लाते समय पुलिस ने चारों युवकों से कार में ही पूछताछ की और हमला करने की वजह पूछी तो चारों आरोपियों ने स्वीकार किया कि केवल उन्होंने उन्हें अपना नाम कमाना था और नाम कमाने के लिए ही यह हमला किया गया है। चारों युवकों ने साफ इंकार किया है कि किसी ने भी चंद्रशेखर पर हमला नहीं कराया है। चारों युवकों का कहना है कि वह मीडिया में फेमस होना चाहते थे।
चार युवकों को हरियाणा के अंबाला से गिरफ्तार किया गया हैं। चारों युवकों को सहारनपुर लाया जा रहा हैं। उनसे पूछताछ के बाद ही इस पूरे मामले का राजफाश किया जाएगा।