जशपुर- सोलह श्रृंगार कर जगन्नाथ महाप्रभु रथ पर विराजमान हुए। जिले में जगह-जगह रथयात्रा निकाली गई। झिमकी ग्राम में रियासतकालीन परंपरा के अनुसार रथयात्रा का आयोजन हुआ। इस मौके पर के झिमकी में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी।
रविवार को रथयात्रा के अवसर पर ग्राम झिमकी में रियासतकालीन परंपरा के अनुसार भगवान जगन्नाथ की यात्रा का आयोजन धूमधाम से किया गया। भगवान जगन्नाथ का सोलह श्रृंगार कर उन्हें रथ पर विराजित किया गया। भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार जगन्नाथ महाप्रभु को निकाले।पुरोहितों ने भगवान जगन्नाथ महाप्रभु, सुभद्रा और बलभद्र का दुग्ध व गंगाजल से पवित्र स्नान कराने के बाद उनका सोलह श्रृंगार किया। इसके बाद भगवान की विधि-विधान से पूजा के बाद शाम करीब 4बजे भगवान को रथारूढ़ किया गया।
रथ पर सवार भगवान जगन्नाथ का लोगों ने दर्शन किया। रथ पर भगवान की आरती उतारी गई। इसके बाद रथ को निकाला गया। रथ की रस्सी खींचने के लिए श्रद्धालुओं ने उत्साह देखते ही बन रहा था। रथ यात्रा में शामिल होने के लिए झिमकी में कोकियाखार, महेशपुर, खुंटापानी सहित आसपास के गांवों से हजारों श्रद्धालु पहुंचे थे।
झिमकी में भगवान की विशेष पूजा के बाद भोग लगाया गया। भोग का प्रसाद लेने लोग हाथों में पत्तल लेकर खड़े नजर आए। हजारों श्रद्धालुओं ने यहां भोग का प्रसाद ग्रहण किया।
भगवान जगन्नाथ की एक झलक पाने के लिए लोगो की भीड़ लग गई।धूमधाम के साथ रथ यात्रा और मेला का आयोजन किया गया है। जिसमे ग्राम के सभी पदाधिकारी मौजूद थे।