सरकार द्वारा जिले में संचालित गौशलाओ का बुरा हाल तिल तिल मरने को मजबूर गऊ माता
उत्तर प्रदेश कौशांबी
रिपोर्टर अमित कुमार
कौशाम्बी ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी भले ही गाय प्रेम में जी भरकर बजट लुटा रहे हों, लेकिन सरकार के नौकरशाह गाय को चारा और पानी तक उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। कड़ा ब्लॉक के गिरधरपुरगढ़ी गौशाला में गायें लापरवाही के चलते भूख और प्यास से तड़प-तड़प कर दम तोड़ रही हैं। बेजुबान गायों को गौशाला में नोंच-नोंच कर पशु पक्षी अपनी भूख मिटा रहे हैं। मरे जानवरों को जिम्मेदार मिट्टी डाल कर मूंद रहे। मिट्टी में ढके जानवरों को जिला प्रशासन ने भी डाली आंख में पट्टी गौशला की इस बदतर हालात पर सरकारी कारिंदे मौन हैं। ग्रामीण यहां की गौशाला के बारे में एक-एक कर सच बता रहे हैं।कड़ा ब्लॉक के गिरधरपुरगढ़ी की गौशाला में जो नजारा है, उसे देखर किसी भी पशु प्रेमी का दिल दहल उठेगा। यहां प्रशासन की लापरवाही के चलते भूख और प्यास से तड़प- तड़पकर बेजुबान गाय दम तोड़ रही हैं। लापरवाही की हद तो तब पार हो रही है, जब जिम्मेदारों द्वारा मरे जानवरों को जिम्मेदार मिट्टी डाल कर मूंद रहे। वहीं गाय को चील कौवे और कुत्ते नोंच-नोंच कर खा रहे हैं। लेकिन किसी भी अधिकारी का अभी इस ओर कोई ध्यान नहीं है। गौशाला में भूख प्यास से परेशान बेजुबान गोवंश तड़प-तड़पकर जान गंवा रहे हैं। गिरधरपुरगढ़ी गौशाला में बेजुबान गायों के मरने का सिलसिला जारी है। पहले भी इस गौशाला में कई गायों की मौत हो चुकी है। गायों का मरना और गायों की हत्या के जिम्मेदार अधिकारियों को कब सजा मिलेगी या इसी तरह गायों की हत्या का सिलसिला जारी रहेगा यह तो पूरी तरह से जांच का विषय बन रहा है।