प्रयागराज में यमुना और गंगा का स्तर तेजी से बढ़ रहा है जिससे पूर्वांचल के कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। पश्चिमी यूपी में पहले ही बारिश की वजह से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं वहीं दूसरी ओर अब पूर्वांचल के दर्जनभर जिलों में भी अब बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
अधिकारियों ने कहा कि दोनों नदियां 13 जुलाई को अपने खतरे के स्तर 84.734-मीटर से काफी नीचे थीं। हालांकि पिछले चार दिनों के दौरान प्रयागराज में कोई बारिश नहीं हुई है, लेकिन उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सहित ऊपरी इलाकों में बारिश के कारण यहां गंगा और यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।
राज्य सिंचाई विभाग की बाढ़ नियंत्रण इकाई के अनुसार, गुरुवार सुबह तक प्रयागराज में सभी तीन बिंदुओं पर पिछले 24 घंटों के दौरान गंगा और यमुना का जल स्तर 9 सेमी से 15 सेमी के बीच बढ़ गया था।
84 बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया
बाढ़ की आशंका के चलते प्रयागराज में जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां तेज कर दी गई हैं। स्थिति पर नजर रखने के लिए दोनों नदियों के किनारे सभी 84 चौकियों पर राजस्व और पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, नेवादा, राजापुर, अशोक नगर, स्टेनली रोड, तेलियरगंज, कैंट, शिवकुटी, सलोरी, ममफोर्डगंज, बघाड़ा, दारागंज, करेली, गौस नगर और सदियापुर इलाकों में 45 बाढ़ राहत केंद्रों की भी पहचान की गई है जहां आवश्यक व्यवस्था की जा रही है।
रिपोर्टर विमल मिश्रा