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माफिया अतीक अहमद के कुत्तों को आखिर क्यों लेना पड़ा गोद  

उत्तर प्रदेश प्रयागराज जिले के बहुचर्चित मामला माफिया अतीक अहमद के विदेशी कुत्तों पर भी मौत का साया मंडराने लगा है

आपको बताते चलें माफिया अतीक अहमद विदेशी कुत्तों के बहुत बड़े शौकीन थे अतीक अहमद की मौत के बाद उनका पूरा परिवार जेल में है उनकी पत्नी शाइस्ता फरार चल रही है ऐसे में उनके विदेशी कुत्तों की देखरेख नगर निगम विभाग को सौंपी गई है।

प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद 5 कुत्तों में एक लापता हो 1 की मौत हो गई बचे हुए 3 कुत्तों पर भी मौत का साया मंडरा रहा है इन पशुओं की देखभाल के लिए सेवा से जुड़े एक एनजीओ की संचालिका वर्तिका गुप्ता ने यह जानकारी दी है उन्होंने ग्रेट डेन विदेशी प्रजाति के बेहद खूंखार कुत्तों में से एक कुत्ते के लापता होने या मरने का भी आरोप लगाया है इस मामले को लेकर वंशिका गुप्ता एवं अन्य पशु प्रेमियों ने नगर निगम कार्यालय में पशुधन अधिकारी और अपर नगर आयुक्त के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे उन्होंने मांग की है कि पहले देखभाल करने वाली रक्षा एनजीओ को भी जीवित बचे इन ग्रेट डेन प्रजाति कुत्तों की जिम्मेदारी पुनः एनजीओ को सौंप दी जाए।

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आपको बता दें कि 26 फरवरी को बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद के करीबियों पर पुलिस ने शक्ति किया अतीक अहमद के घर के अहाते में बने डॉग कैनल में बंद विदेशी ग्रेट डेन प्रजाति के पांच खूंखार कुत्तों को खाना पीना भी मिलना दुश्वार हो गया क्योंकि पुलिस के डर से कोई उनके घर के पास नहीं जाता था जिसके कारण ग्रेट डेन नस्ल के 5 में से 2 कुत्तों की भूख बीमारी से एक एक कर दो डाक की मौत हो गई जीवित बचे 3 कुत्तों को भी संक्रमित से पीड़ित है बाद में प्रशासन और नगर निगम ने जीवित बचे तीनों की देखभाल एनजीओ को सौंप दी पशु प्रेमियों ने नगर निगम कार्यालय में पशुधन अधिकारी और अपर नगर आयुक्त के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे उनकी मांग थी कि पहले देखभाल करने वाली रक्षा एनजीओ को ही इन जीवित बचे ग्रेट डेन प्रजाति के विदेशी कुत्तों की देखरेख की जिम्मेदारी सौंप दी जाए इस मामले पर नगर आयुक्त अरविंद राय का कहना है

कि अतीक अहमद के जीवित बचे 3 कुत्तों की देखरेख की जिम्मेदारी 4 महीने तक रियाज अहमद ने कैनल क्लब के माध्यम से किया था अब तहसील और अमन नाम के व्यक्तियों को इनकी जिम्मेदारी दी गई है इन कुत्तों को इन लोगों ने गोद लिया है फिर भी इनके स्वास्थ्य की जानकारी नगर निगम बराबर रखता है एनजीओ के लोग भी आए थे तो कार्यकारिणी की मीटिंग चल रही थी इसकी वजह से उन्हें बाद में आने के लिए कहा था।

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