महिला सशक्तिकरण के नाम पर हो रही विभागों में लूट, मूक दर्शक बना प्रशासन
संवाददाता – करन कुमार विश्वकर्मा
प्रतापगढ़: हम आपको बताना चाहते हैं कि जनपद प्रतापगढ़ के मांधाता ब्लॉक के अंतर्गत विभिन्न ग्रामसभाओं में महिला सशक्तिकरण के नाम पर महिलाओं का मानसिक, सामाजिक, आर्थिक शोषण किया जा रहा है। साथ ही हम आपको बताना चाहते हैं कि सरकार द्वारा चलाई जा रही मिशन शक्ति योजना के तहत महिलाओं को सशक्त बनाने का सरकार का संकल्प अधूरा ही रह जाएगा। मिशन शक्ति को सफल बनाने के लिए 36 विभागों को मिशन शक्ति से जोड़ा गया था लेकिन दो चार को छोड़कर कोई भी विभाग नहीं कर रहा है मिशन शक्ति के सफल होने का प्रयास।
महिला सशक्तिकरण के नाम पर विभागों में लूट हो रही है। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को 2 साल से मानदेय उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। मिशन शक्ति के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह से नियुक्त नरेगा मेट को नहीं दिया जा रहा है काम। महिला मेट दिवस पर फर्जी तरीके से फोटो खींचकर रिपोर्टिंग की जा रही है। स्वयं सहायता समूह की तमाम कैडरों पर काम कर रही महिलाओं को 2 साल से मानदेय न मिलने के कारण धरने पर बैठने के लिए मजबूर हो सकती हैं। किसी दिन भी हो सकता है कि महिलाओं का विशाल धरना प्रदर्शन हो।
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सामुदायिक शौचालय में कार्य कर रही स्वयं सहायता समूह की केयरटेकर को नहीं मिल रहा है 1 साल से मानदेय। किसी को 2 महीने का और किसी को 3 महीने का मानदेय मिला है। मिशन शक्ति योजना के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्लान पूर्णतः फेल हो रहा है। “आत्मनिर्भर भारत” के नाम पर दलाल निर्भर भारत बनकर रह गया है।
कहीं-कहीं तो महिलाओं को इकट्ठा करके उनके साथ फोटो खींचकर विभागों को फर्जी रिपोर्टिंग की जा रही है।