जिला न्यायालय में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या का ट्रॉयल शुरू हो गया है। 10 अगस्त को आरोप तय करने के लिए तिथि मुकर्रर की गई है। मामले की जांच न्यायिक आयोग कर रहा है। घटना से जुड़े लोगों से बयान दर्ज किए जा चुके हैं।
प्रयागराज:अतीक अशरफ हत्याकांड में तीनों शूटरों पर आरोप तय करने की कार्रवाई के लिए 10 अगस्त की तिथि तय की गई है। सत्र न्यायालय में इस केस का परीक्षण शुरू हो चुका है। 13 जुलाई को विशेष जांच दल ने इस केस में तीनों आरोपी लवलेश तिवारी, सनी सिंह व अरुण मौर्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।
उधर अतीक के दो नाबालिग बेटों को राजरूपपुर बाल गृह से अभिरक्षा में देने की उनकी बुआ शाहीन की अर्जी पर पुलिस की ओर से अब तक रिपोर्ट नहीं साैंपी जा सकी है। यह रिपोर्ट बाल कल्याण समिति को सौंपी जानी थी। शुक्रवार को दोपहर दो बजे तक रिपोर्ट नहीं सौंपी जा सकी थी। इसके बाद दो दिन अवकाश ही रहा।
15 अप्रैल को हुई थी माफिया बंधुओं की हत्या
माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ की मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (कॉल्विन) के गेट पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना को उस समय अंजाम दिया गया जब अतीक और अशरफ को पुलिस ने रिमांड पर लिया था। शाम को मेडिकल परीक्षण के लिए उन्हें कॉल्विन अस्पताल ले जाया गया था। गाड़ी से उतरने के बाद जैसे ही दोनों अस्पताल के गेट पर पहुंचे थे कि मीडिया कर्मियों के वेश में पहुंचे हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
विधायक राजू पाल हत्याकांड के चश्चमदीद गवाह उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी को उनके घर के सामने कर दी गई थी। कचहरी से ही पीछा कर रहे बदमाशों ने सुलेमसराय में उमेश पाल को उनके घर के गेट पर ही गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
पूरी घटना का वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया। इसमें माफिया अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा असद अहमद भी गोली चलाते दिखा था, जिसे पुलिस ने 13 अप्रैल को झांसी में एक मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया था। उसके साथ हत्याकांड में शामिल गुलाम हसन को भी पुलिस ने मार गिराया था।
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