रक्षाबंधन पर्व से पहले परिवहन निगम कमाई के फेर में खटारा बसों की मरम्मत करा ली है।
संवाददाता / शिवम् गुप्ता
(UP) जनपद / प्रतापगढ़
इस वर्ष बहनों की मुफ्त यात्रा के नियम में बदलाव होने से थोड़ी नाराजगी भी है। अभी तक एनसीआर, नगर निगम की सिटी बसों में ही बहनों के लिए शासन ने मुफ्त यात्रा का आदेश दिया है। जबकि शहर में निगम की बसें संचालित नहीं होती।
रक्षाबंधन से पहले रोडवेज की खटारा बसों से बहनों की यात्रा से संबंधित खबर को अमर उजाला ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद रोडवेज डिपो पर निजी मैकेनिकों की मदद से सप्ताहभर के भीतर पांच वर्ष पुरानी 11 बसों की मरम्मत कराई गई। इन सभी बसों में नए टायर, बैटरी, इंजन के उपकरण की मरम्मत व सीट के साथ ही खिड़की के शीशों को भी बदला गया। बीते माह शासन की ओर से भेजी गई आठ नई बसों को दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, अयोध्या, जौनपुर रूट पर लगाया गया है। रक्षा बंधन पर्व पर बहनों की सुगम यात्रा के लिए पांच वर्ष पहले निगम को मिली बसों की मरम्मत कराने के बाद सभी को अमेठी, प्रयागराज, बादशाहपुर, सुलतानपुर रूट पर सफर के लिए समय तय किया गया है। प्रयागराज व रायबरेली रूट पर पहले से ही अनुबंधित सेवा की बसों की संख्या अधिक होने की वजह से यात्रा में लोगों को परेशानी नहीं होगी। हालांकि इस सभी रूटों पर रक्षाबंधन पर सफर तय करने के लिए बहनों को किराया देना होगा।
पुरानी बसों की मरम्मत कराई गई है। नई बसों को लांग रूट पर लगाया गया है, जबकि पांच वर्ष पुरानी बसों को छोटे रूट पर समय तय कर दिया गया है। शासन की ओर से बहनों की मुफ्त यात्रा के लिए नियम में बदलाव किया गया है। यदि कोई नया आदेश आता है तो उसका पालन कराते हुए बसों का संचालन किया जाएगा।
पीके कटियार, एआरएम, रोडवेज
नौ हजार महिलाओं ने 2022 में बस से की थी मुफ्त यात्रा
रक्षाबंधन पर पिछली बार योगी सरकार ने दो दिनों के लिए मुफ्त में बहनों को सफर कराया था। रोडवेज एआरएम पीके कटियार ने बताया कि पिछले वर्ष लगभग नौ हजार बहनों ने
प्रतापगढ़ और लालगंज डिपो की बसों से सफर किया था। इसके अलावा लखनऊ और प्रयागराज डिपो की बसों को भी संचालित किया गया था।
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