ट्रिपल हत्याकांड-राजस्व निरीक्षकों की लापरवाही से कब तक होती रहेंगी कत्लेआम, हर बार पुलिस को ही देनी पड़ती है अग्निपरीक्षा
रिपोर्टर अमित कुमार
कौशांबी ब्यूरो। जनपद में बेलगाम राजस्व निरीक्षकों की करनी का खामियाजा हर बार आम आदमी को अपनी जान गंवाने से पूरा होता है एक नही दो नही कई नजीर है जिसमे राजस्व निरीक्षकों की लापरवाही के चलते कत्लेआम हुए हैं उन लापरवाही में आम आदमी को हर बार जान-माल से हाथ धोना पड़ा है। पर इन सबमें हर बार पुलिस प्रशासन को अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ा है इतना ही नहीं आम आदमी के साथ-साथ पुलिस प्रशासन को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है फिर भी राजस्व विभाग उन पर कारवाई करने के बजाय मूक दर्शक बन कर तालियां बजाता है।
मालूम हो अभी शुक्रवार को भी राजस्व विभाग की लापरवाही के चलते ट्रिपल हत्याकांड हुआ लेकिन हर बार की तरह इस बार भी पुलिस को एक बार फिर अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ा। गनीमत रही की समय रहते पुलिस ने मोर्चा सम्हाल लिया एक बार फिर हरकत में आई नही तो किसी बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था।
वहीं इसके पहले भी कोखराज थाना क्षेत्र के नौढीया गांव में राजस्व निरीक्षक की लापरवाही के चलते वृद्ध की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी इसके बाद उन दोषी राजस्व कर्मियों पर कारवाई के बजाय अभयदान दिया गया। ऐसे कई कारनामे राजस्व कर्मियों के है जिनमे हर बार आम आदमी को जान-माल का नुकसान उठाना पड़ता है। वहीं शुक्रवार की रात संदीपन घाट थाना क्षेत्र के मोहिद्दीनपुर गौस गांव में जमीनी विवाद के चलते बेटी, दामाद और ससुर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से परिवार सहित फरार हो गए हैं। वहीं सूत्रों की माने तो अब तक आठ आरोपियों में से चार की गिरफ्तारी भी हो गई है वहीं अन्य के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस विभाग की कई टीमें लगी हुई है।
ट्रिपल हत्याकांड की जानकारी होने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने दर्जनों घर को आग के हवाले कर दिया और जमकर ईंट – पत्थर चलाए। स्थिति बेकाबू देखकर पुलिस कप्तान, प्रयागराज रेंज के एडीजी, आईजी, पुलिस कमिश्नर एवं समस्त अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और पारिवारिक लोगों को सांत्वना देते हुए आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर जेल की सलाखों में डालकर कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन दिया। इसी के साथ एडीजी प्रयागराज मोहिद्दीनपुर गौस गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु अस्थाई थाना स्थापित करने के लिए तत्काल आदेश पत्र जारी किए।
अस्थाई थाना में एक निरीक्षक और ग्यारह उपनिरीक्षक सहित पांच दर्जन पुरुष एवं महिला कांस्टेबल तैनात किए गए हैं। चुनाव सेल में तैनात निरीक्षक रोशनलाल के हांथ अस्थाई थाना की कमान सौंपी गई है। इन सबके बावजूद हर बार कि तरह पुलिस प्रशासन पर उंगली उठाने के बजाय लापरवाह दोषी राजस्वकर्मियों पर कारवाई के बजाय अभयदान क्यों दिया जा रहा है।
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