अधिक बरसात के कारण गन्ने में दिखाई दे रहा लाल सड़न रोग
मवाना: मंगलवार को गन्ना समिति मवाना के सभागार में नगर पालिका अध्यक्षा अखिल कौशिक की अध्यक्षता में एक दिवसीय किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में अधिक वर्षा के कारण खेंतो में जल भराव गन्ना फसल में लाल सड़न रोग का प्रकोप दिखाई देने पर बचाव के उपायों की जानकारी दी। गोष्ठी से पूर्व मवाना चीनी मिल के वरिष्ठ महाप्रबन्धक प्रमोद बालियान, डा0 मैनेजर सिंह पूर्व वैज्ञानिक अधिकारी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा चीनी मिल के विभिन्न ग्रामों जैसे बिराना राफन, ततीना, अटौरा, सिखेड़ा, दयालपुर, मालीपुर, गेसूपुर, पिलोना, कुण्डा, आदि का भ्रमण कर किसानों को लाल सड़न रोग से प्रभावित खेंत के बारे में जानकारी भी दी।
एक दिवसीय किसान गोष्ठी में प्रमोद बालियान ने बताया कि लाल सड़न रोग (रेड रॉट) से प्रभावित खेंतो में गन्ने की पत्तियॉ पीली होकर सूखने लगती है वधीरे-धीरे पूरा गन्ना सूख जाता है ऐसे गन्नों को फाड़कर सूघंने पर तीव्र सिरके जैसी गंध आती है जो इस रोग की मुख्य पहचान है। जलभराव वाले क्षेत्र में यह रोग अधिक तीव्र गति से फैलता है। चीनी मिल के अधिकारियों व फील्ड स्टाफ द्वारा सम्पूर्ण क्षेत्र में लाल सड़न रोग (रेड रॉट) खेंतो की पहचान हेतु बृहद स्तर पर सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है व किसानों को इस रोग को फैलने से रोकने के लिये जानकारी दी जा रही है यदि कृषक के खेंतो में पीली पत्तियॉ या सूखें गन्ने दिखाई दे तो शीघ्र ही अपने क्षेत्र के अधिकारी/फील्ड स्टॉफ को सूचित करें या चीनी मिल में आकर सम्पर्क करें।
डा0 मैनेजर सिंह ने लाल सडन से बचाव की जानकारी दे हुए लाल सड़न रोग से ग्रसित गन्ने के मूढो को जड़ से उखाडकर खेत से बाहर निकालकर जला उखाडा गया मुढें पर 10-20 ग्राम ब्लीचिंग पाऊडर डालकर मिटटी से ढक और ट्राइकोडर्मा 4 कि० ग्रा० मात्रा को सड़ी हुई गोबर की खाद में मिलाकर प्रति एकड़ की दर से खेतो में प्रयोग करने की जानकारी दी। पूर्व वैज्ञानिक अधिकारी ने बताया कि आगामी गन्ना बुवाई में को0-0238 का क्षेत्रफल घटाकर अन्य प्रजातियॉ को0-0118,को0-15023,को0लख0-14201 की ही बुवाई करें। बुवाई करते समय बीज को फंफूदी नॉशक से उपचारित अवश्य करें। साथ ही कोई भी ऐसी प्रजाति जो उ0प्र0 के लिये जारी न की गई हो बिल्कुल न बोये।
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