पितरों को पूजने वाले पितरों को प्राप्त होते हैं, परमेश्वर को पूजने वाले परमेश्वर को प्राप्त होते हैं – संत रामपाल जी महाराज
रविवार को महमदपुर लखीमपुर में जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी का वेद, गीता जी, श्री मद भागवत गीता, पुराण, गुरु ग्रंथ साहिब, कुरान शरीफ आदि से प्रमाणित सत्संग प्रवचन का आयोजन हुआ
सत्संग प्रवचन में जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी ने बताया कि वर्तमान में मानव समाज अपनी इच्छा से मना आचरण कर रहा है जबकि अपने पवित्र ग्रन्थ में कुछ और बताया गया
गीता जी अध्याय 9 श्लोक 25 मे लिखा है कि देवताओं को पूजने वाले देवताओं को प्राप्त होते है , पितरों को पूजने वाले पितरों को प्राप्त होते हैं भूतो को पूजने वाले भूतो को प्राप्त होते हैं और मतानुसार पूजन करने वाले भक्त मुझसे ही लाभांवित होते हैं आगे गीता जी अध्याय 18 स्लोक 46 मे बताया कि जिस परमेश्वर से सम्पूर्ण प्राणियों की उत्पति हुई है और जिससे यह समस्त जगत व्याप्त है ,उस परमेश्वर की अपने स्वाभाविक कर्मो द्वारा पूजा करके मनुष्य परमसिद्धि को प्राप्त हो जाता है आगे गीता जी अध्याय 18 श्लोक 62 मे कहा है कि हे अर्जुन तू सर्व भाव से उस परमेश्वर की शरण में चला जा जिसकी कृपा से तू परम शांति और अविनाशी परम पद को प्राप्त हो जाएगा
वह परमेश्वर,परमात्मा कबीर साहेब ही है जो पूर्ण ब्रह्म है और कबीर परमेश्वर की भक्ति करके अविनाशी परम पद को प्राप्त हुआ जा सकता है।
जिला कार्डिनेटर रवि कुमार वर्मा ने बताया कि जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का जिला लखीमपुर सहित दुबई, इंगलैंड, नेपाल, पाकिस्तान , कुवैत अमेरिका,कतर आदि देशों सहित भारत के सभी राज्यों में संत रामपाल जी के सत्संग प्रवचन होते हैं और संत रामपाल जी के करोड़ों अनुयाई दहेज लेनदेन, नशा, चोरी, व्यभिचार, घूसखोरी, जाति-पाति आदि को त्यागकर सुखमय जीवन यापन कर रहे हैं।
जिला लखीमपुर खीरी में हजारों परिवार संत रामपाल जी के बताए नियमों पर चलकर अपना जीवन धन्य कर रहे हैं।
और संत रामपाल जी द्बारा लिखित पुस्तक ज्ञानगंगा, जीने की राह जो कि सर्व ग्रंथ प्रमाणित पुस्तक है वितरण किया गया , संत रामपाल जी के अमृत प्रचवन प्रतिदिन श्रद्धा mh वन दोपहर 2 बजे, नेपाल वन पर सुबह 6 बजे देख सकते हैं संत रामपाल जी से जुड़ने के लिए प्ले स्टोर से संत रामपाल जी एप डाऊनलोड करें।
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