महिलाओं बेटियों को स्वास्थ्य और समाज के प्रति उत्तरदायी और जागरूक करने कोनिया के विद्यालयों में पहुंची टीम
संवाददाता जीतेंद्र पाण्डेय
भदोही। डीघ ब्लॉक के श्री नारायण इण्टरमीडिएट कालेज कोनिया धनतुलसी और पश्चिम वाहिनी श्री कृष्ण इण्टरमीडिएट कालेज बसगोती मवैया में शुक्रवार को एवीएस कम्पनी के तरफ एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां पर कालेज की छात्राओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। तथा छात्राओं को महिला सशक्तिकरण के बारे में विस्तार से बताया गया। इस मौके पर कम्पनी के जोनल मैनेजर आदर्श मिश्रा ने छात्राओं को विस्तार से बताया।
आदर्श मिश्रा ने कहा कि कम्पनी का मुख्य कार्य पूरे देश में मेंस्ट्रूअल और हाइजीन के बारे में एडवाइजर के माध्यम से जागरुकता फैलाना है जिससे स्वस्थ नारी समाज का निर्माण किया जा सके। कम्पनी सभी महिलाओं को मुख्य धारा में जोड़कर स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी सभी जानकारी जनता तक पहुँचाने का कार्य कर रही है ताकि महिलाओं और किशोरियों को इस बारे में शिक्षित किया जा सके। नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक देश की महज 48.5 प्रतिशत ग्रामीण और 77.6 प्रतिशत शहरी महिलाए सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल करती हैं। पूरे देश का औसत 57.6 प्रतिशत है कुछ किशोरियाँ मेंस्ट्रूअल के कारण स्कूल नहीं जाती हैं इसके लिए जागरुकता का अभाव तथा सेनेटरी पैड तक उनका पहुँच न होना जिम्मेदार है। इसी बीच की दूरी को समाप्त करने का कार्य कम्पनी द्वारा अपने प्रशिक्षित एडवाइजर द्वारा किया जा रहा है। कम्पनी के सम्पर्क में आए सभी किशोरियों और महिलाओं में मेंस्ट्रूअल से संबंधित किसी भी जानकारी से वंचित ना रहे।
क्योंकि जागरूकता के अभाव के कारण ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं आज भी कपड़े का इस्तेमाल करती हैं इससे शरीर में इन्फेक्शन के साथ साथ और बीमारियाँ फैल जाती है। जैसे जैसे समय बदला है समाज में मेंस्ट्रूअल को लेकर लोगों का सोच भी बदला है पुराने समय में पीरियड को अलग निगाह से देखा जाता था लेकिन जागरुकता बढ़ने के साथ साथ पुरुष और महिला की सोच भी बदली है क्योंकि मेंस्ट्रुएशन एक नेचुरल प्रोसेस है कम्पनी भी इसी के प्रचार प्रसार के साथ उपरोक्त उद्देश्य की पूर्ति करने का कार्य कम्पनी द्वारा किया जा रहा है। साथ ही साथ महिला सशक्तिकरण का कार्य भी कम्पनी द्वारा किया जा रहा है।
कम्पनी अपने इम्प्लायमेंट में 90 प्रतिशत महिलाओं को प्रशिक्षित कर एक कुशल एडवाइजर के रूप में नियुक्त कर रही है ताकि स्वस्थ और समृद्ध नारी समाज का निर्माण किया जा सके और साथ ही साथ सरकार द्वारा बढ़ावा दिए जा रहे “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” और “बेटा बेटी एक समान” के अवधारणा को कम्पनी द्वारा पूरा किया जा रहा है जिससे समाज में व्याप्त असमानता और बुराइयों को दूर किया जा सके और एक स्वस्थ्य समाज का निर्माण हो सके। कम्पनी के एडवाइजर साक्षी पाण्डेय ने भी छात्राओं को माहवारी के दौरान होने वाले संक्रमण के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि किसी छोटी छोटी लापरवाही की वजह से महिलाओं को कई रोग घेर लेते है। कुछ महिलाएं है जो समस्याओं से पीड़ित रहती है लेकिन फिर परिवार के लोगों को नही बताती है।
जो पूरी तरह गलत है। महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की बहुत जरूरत है। इसलिए महिलाओं, किशोरियों और युवतियों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना बेहत ही जरूरी है। इस मौके पर भरतप्रसाद चक्रवर्ती प्राचार्य, सत्य नारायण मिश्र, ज्ञान प्रकाश शुक्ला, प्रशांत सिंह, सत्येन्द्र थादव, राजेश सिंह, श्रीकान्त शुक्ला,और मनोज चौधरी समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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