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इस जिले के किसान अमरूद की खेती से बन रहे मालामाल

UP के इस जिले के किसान अमरूद की खेती से बन रहे मालामाल

गेहूं और गन्ने की फसल में लागत ज्यादा और आमदनी कम होती थी, लेकिन अब अमरूद की फसल से बड़ा मुनाफा मिल रहा… 

शाहजहांपुर: शाहजहांपुर के किसान अब परंपरागत खेती को छोड़कर बागवानी की ओर बढ़ रहे हैं. किसानों का कहना है कि बागवानी की खेती करने से उनको ज्यादा मुनाफा हो रहा है. जबकि धान, गेहूं और गन्ने की फसल में लागत ज्यादा और आमदनी कम होती थी, लेकिन अब अमरूद की फसल से बड़ा मुनाफा मिल रहा है।

इसकी महत्ता को समझ कई किसान परंपरागत खेती को छोड़कर बागवानी कर रहे हैं..

विकासखंड क्षेत्र कांट के रावतपुर गांव के रहने वाले किसान रिजवान अली ने बताया कि उन्होंने अपने ढाई एकड़ खेत में अमरूद का बाग लगाया है। जिसमें से डेढ़ एकड़ बाग में हार्वेस्टिंग कर दी है और उन्हें करीब 2 लाख की आमदनी भी हुई है। अगर आप आमदनी को और अधिक बढ़ाना चाहते हैं तो एक ट्रिक का इस्तेमाल कर सकते हैं। अमरूद के पेड़ों के बीच में खाली पड़ी जगह पर आप कोई दूसरी खेती कर सकते हैं, जिससे आपको फायदा होगा।

लागत कम मुनाफा ज्यादा

रिजवान अली ने जानकारी देते हुए बताया कि धान, गेहूं की फसल में कीट अधिक लगते हैं। जिसके चलते लागत काफी बढ़ जाती है और अमरूद के बैग में कीट नहीं लगते हैं। ऐसे में लागत कम आती है और मुनाफा ज्यादा होता है।

कीटों से बचने के लिए करते हैं बैगिंग

रिजवान अली का कहना है कि अमरूद की फसल को कीटों से बचाने के लिए वह पहले ही बैगिंग कर देते हैं। जिससे उनकी फसल सुरक्षित रहती है, बैगिंग के लिए पुणे से मैटेरियल मंगवाते हैं।

पिंक ताईवान से हो रहे मालामाल

रिजवान अली ने बताया कि वह ताइवान पिंक अमरूद की खेती कर रहे हैं और यह अमरूद सबसे बेहतर पैदावार देता है। रिजवान ने बताया कि उनके खेत से निकलने वाली अमरूद की उपज को खेत से ही व्यापारी खरीद कर ले जाते हैं और उनको अच्छी आमदनी मिल रही है। खेत में ही उपज बिकने से उनको ट्रांसपोर्ट का खर्चा भी नहीं देना पड़ता।

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7k Network

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